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मुख्य समाचार

दिल्‍ली में भाजपा की उम्‍मीदवार होंगी किरण बेदी

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नई दिल्ली| देश की प्रथम महिला आईपीएस अधिकारी व दिल्‍ली की पूर्व डीजीपी किरण बेदी ने गुरूवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्‍यता ग्रहण कर पार्टी में शामिल हुईं| दिल्‍ली मे होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव मे वह पार्टी की उम्‍मीदवार होंगी| पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली की मौजूदगी में किरण बेदी भाजपा के जन सदस्यता अभियान के लिए जारी किए गए टोलफ्री नंबर डायल कर पार्टी की सदस्य बनीं। उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चा पहले से थी। अमित ने घोषणा की कि किरण बेदी दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की उम्मीदवार होंगी। उन्होंने कहा कि अभी इस बात पर फैसला नहीं हो पाया है कि किरण को किस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा जाएगा।

भाजपा अध्यक्ष ने इस बाबत टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि किरण बेदी दिल्ली में पार्टी की ‘मुख्यमंत्री चेहरा’ होंगी या नहीं। उन्होंने कहा, “वह दिल्ली विधानसभा चुनाव जरूर लड़ेंगी, पर भाजपा का मुख्यमंत्री कौन होगा इस बात पर फैसला संसदीय समिति द्वारा किया जाएगा।” अमित शाह और अरुण जेटली दोनों ने कहा कि किरण बेदी के पार्टी से जुड़ने से दिल्ली में भाजपा को फायदा मिलेगा। अमित ने कहा, “किरण बेदी के पार्टी से जुड़ने से हम चुनाव के पहले और बाद में लोगों की उम्मीदों को पूरा कर पाएंगे।” वहीं, किरण बेदी ने कहा कि दिल्ली को स्थिर सरकार की जरूरत है।

पूर्व पुलिस अधिकारी किरण बेदी सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। वह अन्ना हजारे के नेतृत्व में इंडिया अगेंस्ट करप्शन के बैनर तले भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए देशव्यापी आंदोलन से जुड़ी थीं। इस आंदोलन से आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण, शांति भूषण और स्वामी अग्निवेश भी जुड़े रहे हैं। आंदोलन की कामयाबी के बाद केजरीवाल ने जब यह कहना शुरू किया कि देश में बहुत गंदी राजनीति की जा रही है और इसकी सफाई के लिए हमें एक पार्टी बनाकर राजनीति में उतरना होगा, तब अन्ना हजारे और किरण बेदी ने इस पर अपनी असहमति जताई थी। केजरीवाल ने जब यह कहना शुरू किया कि भ्रष्टाचार के मामले में वह कांग्रेस व भाजपा को एक जैसी पार्टी मानते हैं, तभी से किरण ने उनसे किनारा कर लिया था। किरण का भाजपा की ओर झुकाव है, यह उन्हीं दिनों नजर आने लगा था। इसके बाद उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चा शुरू हो गई थी।

नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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