Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

ओबामा ने 9/11 मुकदमा विधेयक को वीटो किया

Published

on

ओबामा

Loading

ओबामा वाशिंगटन| अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उस विधयेक को वीटो कर दिया है, जिसमें 9/11 के पीड़ितों के परिजनों को सऊदी अरब के खिलाफ मुकदमा करने की अनुमति का प्रावधान था। इसके साथ ही ओबामा ने एक भावुकता से भरे मामले पर खुद को कांग्रेस और राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवारों के खिलाफ खड़ा कर लिया है। सीएनएन की शुक्रवार की रपट के मुताबिक, व्हाइट हाउस ने कहा है कि यह कानून बनने पर अमेरिकी राजनयिकों और सैनिकों को अन्य देशों में मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है।

लेकिन कांग्रेस में रिपब्लिकन और डेमोकेट्रिक, दोनों दलों के नेताओं ने कहा है कि वे अगले सप्ताह ओबामा के वीटो को अस्वीकार कर देंगे।

ओबामा ने अब 12 वीटो जारी किए हैं। यदि कांग्रेस का अस्वीकार सफल हुआ, तो सबसे पहले इसका असर ओबामा के राष्ट्रपति पद पर होगा।

जस्टिस अगेंस्ट स्पॉन्सर्स ऑफ टेररिज्म एक्ट को समर्थन के प्रति सांसदों में व्यापक सहमति है। सांसदों ने इस वर्ष के प्रारंभ में पीड़ित समूहों के दबाव में इस विधेयक को पारित किया था।

इस विधेयक से अमेरिका में दूसरे देशों को मुकदमों का सामना करने की छूट समाप्त हो जाएगी, और यदि उस देश के बारे में यह साफ हो गया कि उसका संबंध अमेरिका में किसी आतंकी हमले में हाथ रहा है, तो उसे संघीय सिविल मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है।

ओबामा ने अपने वीटो संदेश में कहा है कि उन्हें 11 सितंबर, 2001 के आतंकवादी हमलों के पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति है।

लेकिन, उन्होंने कहा है कि इस कानून से अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है और महत्वपूर्ण गठबंधनों को भी काफी नुकसान पहुंच सकता है।

उन्होंने चेतावनी दी है कि इस कानून से आतंकवाद में अन्य देशों की भागीदारी संबंधी सवाल उठाने से आतंकवाद के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है।

ओबामा ने साथ ही यह भी कहा कि इस कदम से अन्य देशों में भी अमेरिकियों, खासतौर पर सेना में कार्यरत जवानों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है, क्योंकि इससे पारस्परिक समझौते रद्द हो जाएंगे, जो फिलहाल ऐसे मुकदमों से दोनों पक्षों का बचाव करते हैं।

ओबामा ने इस कदम को लेकर मित्र देशों की आपत्तियों का भी जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि इस कानून से “राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर ऐसे संवेदनशील समय में उनके सहयोग पर असर पड़ेगा, जब हम सहयोग बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, विभेद पैदा करने की नहीं। इसमें आतंकवाद रोधी मुद्दे भी शामिल हैं।”

डेमोकेट्रिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार और ओबामा की पूर्व विदेश सचिव हिलेरी क्लिंटन ने कानून के प्रति समर्थन जताया है।

वहीं, वीटो के बाद रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान में कहा कि यह कदम शर्मनाक है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्‍तानी अमेरिकी अरबपति साजिद तरार का बयान- मोदी फिर बनेंगे पीएम, उनके जैसे नेता की हमें भी जरुरत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी कारोबारी साजिद तरार ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मजबूत नेता हैं जो भारत को नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं और वह तीसरी बार देश के पीएम के रूप में लौटेंगे। साजिद तरार ने कहा कि मोदी न केवल भारत के लिए बल्कि क्षेत्र और दुनिया के लिए अच्छे हैं और उम्मीद है कि पाकिस्तान को भी उनके जैसा नेता मिलेगा।

पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी कारोबारी पीएम मोदी को दुनिया का मजबूत नेता बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया और दक्षिण एशिया के लिए अच्छे नेता हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पाकिस्तान को भी उनके जैसा नेता मिलेगा। तरार ने कहा कि वह एक जन्मजात नेता हैं। वह एक ऐसे पीएम हैं जिन्होंने अपनी राजनीति को जोखिम में डालकर पाकिस्तान का दौरा किया। मैं उम्मीद करता हूं वे पाकिस्तान के साथ बातचीत और व्यापार शुरू करेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि भारत एक युवा देश है और उसे युवा लोगों का अच्छा साथ मिल रहा है। तरार ने आगे कहा कि यह एक चमत्कार है। भारत के 97 करोड़ लोग अपने मत डाल रहे हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। आप भविष्य में देखेंगे कि लोग भारतीय लोकतंत्र से सीख लेंगे। तरार ने पीओके में चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा कि आर्थिक स्थिति खराब होने और महंगाई के कारण वहां के लोग परेशान है। उन्होंने पाकिस्तानी पीएम के आर्थिक पैकेज को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पूरे पाकिस्तान में फिलहाल पीओके जैसी ही स्थिति है। आतंकवाद-कानून व्यवस्था और राजनीतिक अस्थिरता के कारण आज देश कई संकटों से जूझ रहा हैं।

 

Continue Reading

Trending