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खेल-कूद

कुश्ती महासंघ अध्यक्ष ने किया नरसिंह का बचाव

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कुश्ती महासंघ अध्यक्ष ने किया नरसिंह का बचाव

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कुश्ती महासंघ अध्यक्ष ने किया नरसिंह का बचाव

नई दिल्ली| भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह ने सोमवार को डोपिंग मामले में फंसे पहलवान नरसिंह यादव का बचाव किया है। सिंह कहा है कि नरसिंह को इसमें फंसाया गया है। ब्रजभूषण ने साथ ही कहा है कि अगर खिलाड़ी कह रहा है कि उसने ड्रग्स नहीं लिया तो उनकी बात सुननी चाहिए।

ब्रजभूषण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मेरा मानना है कि नरसिंह निर्दोष है। वह ऐसा नहीं कर सकते। उनका पहले भी कई बार परीक्षण हुए हैं, लेकिन वह कभी भी दोषी नहीं पाए गए। मुझे यकीन है कि यह एक साजिश है।” उन्होंने कहा, “हम नरसिंह के लिए न्याया चाहते हैं। अगर वह कह रहे हैं कि उन्होने ड्रग नहीं लिया है तो उनकी बात सुननी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि समिति नरसिंह की बात सुनेगी।”

ब्रजभूषण का यह बयान सोनीपत के भारतीय खेल प्राधीकरण (साई) सेंटर में नरसिंह के साथ एक ही कमरे में रहने वाले संदीप तुलसी के सोमवार को हुए नाडा के डोप टेस्ट में असफल होने के बाद आया है।  रविवार को नरसिंह के बाद सोमवार को संदीप की खबर का आना भारत के लिए दूसरी बुरी खबर है।

सूत्रो के मुताबिक दोनों खिलाड़ियों को एक ही पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया है।  डब्ल्यूएफआई के सह-सचिव विनोद तोमर ने कहा, “शिविर में नरसिंह के रूममेट को भी उसी प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया है। इससे साफ पता चलता है कि कुछ गड़बड़ है। दोनों ही पहलवान रूममेट हैं इसलिए एक ही सप्लीमेंट ले रहे थे। इससे शक पैदा होता है।”

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “नमूनों में काफी मात्रा में प्रतिबंधित पदार्थ पाया गया है जिसको मानना मुश्किल है। ऐसा लगता है कि यह जानबूझकर किया गया है। कोई क्यों इतनी अधिक मात्रा में इसका सेवन करेगा।” जब उनसे पूछा गया कि क्या शिविर में से कोई और खिलाड़ी को डोपिंग का दोषी पाया है तो उनका जवाब न में था।

उन्होंने कहा, “नहीं, सिर्फ यह दो खिलाड़ी परीक्षण में असफल रहे हैं और इससे साफ पता चलता है कि कुछ गड़बड़ हुई है।” ओलम्पिक में दो बार पदक जीतने वाले सुशील कुमार के साथ लगातार विवाद के बाद नरसिंह को 74 किलोग्राम भारवर्ग में रियो का टिकट मिला था। उन्होंने डोपिंग मामले पर अपने आप को बेकसूर बताया है और कहा है कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है।

उन्होंने कहा, “यह मेरे खिलाफ साजिश है। मैंने कभी भी प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन नहीं किया।” 26 वर्षीय नरसिंह पर इस समय अस्थायी प्रतिंबध लगा दिया गया है। वह अगले महीने होने वाले रियो ओलम्पिक से भी लगभग बाहर हो गए हैं।

खेल-कूद

सचिन तेंदुलकर की सुरक्षा में तैनात जवान ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या

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मुंबई। सचिन तेंदुलकर की सुरक्षा में तैनात राजकीय रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के एक जवान ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। सीआरपीएफ जवान प्रकाश गोविंदा कापड़े जामनेर के गणपती नगर में अपने घर छुट्टी पर आए थे। उन्होंने कथित तौर पर खुद अपने गले में आधी रात के बाद गोली मारी। जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

पुलिस सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना करीब 2 बजे हुई। मृतक के आत्महत्या करने के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। इस घटना के बारे में जब पुलिस से बातचीत कई गई तो पुलिस ने बताया कि यह घटना 14 मई की रात की है। उसने आत्महत्या क्यों की इसके कारण अभी स्प्ष्ट नहीं हो पाए हैं। मगर प्राथमिकी जांच में लगता है कि कापड़े ने कुछ निजी कारणों से खुद को गोली मारी मगर अभी हम पूरी जांच का इंतजार कर रहे हैं।

पुलिस ने आगे बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इसके अलावा जामनेर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और इसके साथ ही मृतक के परिवार के लोगों, उसके सहकर्मियमों और अन्य जान पहचाने के लोगों के पूछताछ शुरु कर दी गई है। आपको बता दें कि मृतक प्रकाश कापड़े मंत्री छगन भुजबल और नारायण राणे के बॉडीगार्ड के तौर पर भी काम कर चुके हैं।

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