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बच्चों के लिए नया टैबलेट लांच

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नया टैबलेट लांच, तकनीकी कंपनी प्री-बंडल्ड एजुकेशनल, कन्टेंट वाले टैबलेट की नई श्रृंखला, बच्चों के बीच टैबलेट डिवाइस की बढ़ती लोकप्रियता

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गुड़गांव| बच्चों के बीच टैबलेट डिवाइस की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए गुड़गांव की एक तकनीकी कंपनी प्री-बंडल्ड एजुकेशनल कन्टेंट वाले टैबलेट की नई श्रृंखला लेकर आई है। अमोस्टा की “एडुवन टैबलेट” में पहले स्टैंडर्ड से लेकर दसवें स्टैंडर्ड तक के पाठ उपलब्ध हैं। कंपनी ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। अमोस्टा के संस्थापक अशीष कुमार ने बताया, “अब छात्र न केवल पढ़कर सीख सकते हैं, बल्कि नई अवधारणओं की कल्पना भी कर सकते हैं और देख सकते हैं कि चीजें कैसे व्यावहारिक रूप से काम करती है। इससे उनकी कल्पनाशीलता, बुद्धि, सोचने की क्षमता और सृजनात्मकता में वृद्धि होती है।”नया टैबलेट लांच, तकनीकी कंपनी प्री-बंडल्ड एजुकेशनल, कन्टेंट वाले टैबलेट की नई श्रृंखला, बच्चों के बीच टैबलेट डिवाइस की बढ़ती लोकप्रियता

इस डिवाइस की मदद से बच्चे खुद से पढ़ाई कर सकते है। इसमें ऑडियो विजुअल टूल की मदद से किसी भी पाठ को बेहद अच्छे तरीके से समझाया गया है। इस टैबलेट की कीमत 5000 रुपये से 7000 रुपये के बीच है। यह कई सारे ई-कॉमर्स वेबसाइट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। कंपनी की ग्लोबल सर्विस हब हांगकांग में है उत्पादन संयंत्र गुड़गांव में है। यह डिवाइस छात्रों के परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए ध्यान में रखकर बनाया गया है।

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केंद्र सरकार का बड़ा एक्शन, 70 लाख मोबाइल नंबर हुए सस्पेंड; जानें क्या है कारण 

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70 lakh mobile numbers suspended in INDIA

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए 70 लाख मोबाइल नंबर को सस्पेंड कर दिया है। यानी इन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अब आपके जेहन में ही यही सवाल आ रहा होगा कि आखिर सरकार की ओर से यह कदम क्यों उठाया गया है। दरअसल, यह कदम बढ़ते डिजिटल फ्रॉड को देखते हुए उठाया गया है।

इस वजह से हुए मोबाइल नंबर सस्पेंड

सस्पेंड किए गए ये वे मोबाइल नंबर थे जो किसी तरह के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े थे। दरअसल, इस मामले को लेकर वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने मंगलवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के समय में डिजिटल पेमेंट को लेकर हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसा किया गया है। बता दें, वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने यह जानकारी डिजिटल पेमेंट को लेकर धोखाधड़ी और इससे जुड़े मुद्दों पर बैठक के बाद दी है।

जनवरी में होगी अगली बैठक

जोशी ने कहा है कि डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। बैंकों को उनकी प्रक्रियाओं और प्रणालियों को पहले से मजबूत बनाने को कहा गया है। उन्होंने बैठक को लेकर जानकारी देते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर आगे भी बैठकें होती रहेंगी। इसी के साथ मामले पर अगली बैठक अगले साल जनवरी में रखी गई है।

वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS) धोखाधड़ी को लेकर कहा है कि राज्यों को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी के साथ राज्य सरकारों को डेटा सुरक्षा को भी मजबूत बनाने पर गौर देना चाहिए।

फ्रॉड के मामले कैसे होंगे कम

विवेक जोशी ने कहा है कि डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर जागरुकता बेहद जरूरी है। इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है कि समाज को इन मामलों से अवगत करवाया जाए और जागरुक किया जाए। मालूम हो कि हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी साइबर धोखाधड़ी को लेकर समाज को जागरुक करने की बात पर जोर दिया था।

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