Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

छात्रों को आरएसएस के एजेंडे पर चलने के लिए मजबूर किया जा रहा : मायावती

Published

on

छात्रों को आरएसएस के एजेंडे पर चलने के लिए मजबूर किया जा रहा : मायावती

Loading

छात्रों को आरएसएस के एजेंडे पर चलने के लिए मजबूर किया जा रहा : मायावती

लखनऊ| उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), हैदराबाद विश्वविद्यालय के बाद अब जम्मू एवं कश्मीर में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के मुद्दे पर जिस तरह का व्यवहार कर रही है, उससे ऐसा लगता है कि मोदी सरकार उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्रों को आरएसएस के एजेंडे पर चलने के लिए मजबूर कर रही है। बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयंती पर बसपा प्रमुख मायावती ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ समय से ऐसा देखने को मिल रहा है कि तरह-तरह के हथकंडों को अपनाकर अप्रत्यक्ष तौर पर छात्रों पर आरएसएस की विचारधारा को थोपने का प्रयास किया जा रहा है।”

उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे दलित व मुस्लिम छात्रों के साथ केंद्र सरकार भेदभाव कर रही है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे का विरोध करना इसका उदाहरण है। ‘भारत माता की जय’ बोलने को लेकर उठे विवाद के बीच मायावती ने इसे लेकर आरएसएस पर जमकर प्रहार किया। मायावती ने कहा, “हिन्दुस्तान से प्यार दर्शाने के लिए ‘भारत माता की जय’ बोलने की जरूरत नहीं है। इसके लिए कई अन्य प्रतीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है। लोगों को ‘भारत माता की जय’ बोलने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। ऐसा करने का प्रयास हिंदूवादी संगठनों की तरफ से किया जा रहा है।”

मायावती ने कहा कि बसपा के कार्यकर्ता हमेशा ‘जय भीम, जय भारत’ का नारा लगाते हैं। यह राष्ट्रभक्ति दर्शाने का एक प्रतीक ही है। इसी तरह कोई भी इस तरह के अन्य प्रतीकों का इस्तेमाल कर सकता है।इससे पहले उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश ईकाई के नए अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के आपराधिक इतिहास को एक बार फिर कुरेदने की कोशिश की।

मायावती ने मौर्य पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा, “केशव का आपराधिक इतिहास रहा है। वह घोर जातिवादी हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बंधुआ मजूदर हैं।”उन्होंने कहा कि सपा, भाजपा दलितों को लुभाने के लिए तरह-तरह की नौटंकी कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि दलितों को लुभाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार उत्तर प्रदेश पहुंच रहे हैं। पांच अप्रैल को उन्होंने नोएडा में बाबू जगजीवन राम को याद किया। यदि सही मायने में वह दलितों के हितैषी होते तो सासाराम जाकर जगजीवन राम को श्रद्घांजलि देते।

आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में सर्वोच्च न्यायालय में दर्ज याचिका को मायावती ने विरोधियों की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा याचिकाकर्ता कमलेश से जानबूझकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कराई गई है। वह बसपा के अभियान को थामना चाहते हैं। मायावती ने कहा कि दलितों को लुभाने के लिए मोदी सरकार छोटे-छोटे स्मारक बनवा रही है, लेकिन लखनऊ में बना अम्बेडकर पार्क सबपर भारी पड़ेगा।

उन्होंने अरोप लगाया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने दलितों के उत्थान के लिए कोई काम नहीं किया। हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित वेमुला का जिक्र करते हुए मायावती ने दलितों से अपील करते हुए कहा कि वे आत्महत्या करने की बजाय लड़ने का प्रयास करें। अपना हक लेने के लिए उन्हें लड़ना होगा।

नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

Continue Reading

Trending