Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

गैजेट्स

वॉट्सऐप के इस सेफ्टी फीचर से कोई नहीं ले पाएगा आपके प्राइवेट फोटो-वीडियो

Published

on

WhatsApp

Loading

नई दिल्ली। इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप अपने फीचर्स में लगतार बदलाव करता रहता है। जिससे यूजर्स को सुविधा व सेफ्टी मिलती रहे। इसी क्रम में WhatsApp एक गजब का सेफ्टी फीचर रोलआउट कर रहा है, जिससे अब कोई भी आपके प्राइवेट फोटो-वीडियो का स्क्रीनशॉट नहीं ले पाएगा।

यह भी पढ़ें

व्हाट्सऐप यूजर्स के चैटिंग अनुभव होंगे और बेहतर, आ रहा है यह नया फीचर

भारत में इंस्टाग्राम पड़ा ठप, यूजर्स को हो रही लॉगइन समेत कई तरह की समस्याएं

WhatsApp एक ऐसा फीचर रोलआउट कर रहा है, जो यूजर्स को view once मैसेज का स्क्रीनशॉट लेने से रोकेगा। वॉट्सऐप के नए फीचर्स को ट्रैक करने वाली वेबसाइट WaBetaInfo ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि, WhatsApp लोगों को स्क्रीनशॉट लेने से रोकने के लिए व्यू-वन्स फोटो और वीडियो का एक नया वर्जन रोलआउट कर रहा है। यूजर्स न इन मैसेज का स्क्रीनशॉट ले पाएंगे बल्कि स्क्रीन रिकॉर्ड भी नहीं कर पाएंगे। फिलहाल फीचर कुछ बीटा टेस्टर्स के लिए उपलब्ध है।

पहले फीचर में भी ये खामी

वॉट्सऐप ने इस साल की शुरुआत में व्यू वन्स फीचर पेश किया था। यह फीचर यूजर्स को फोटो और वीडियो भेजने की अनुमति देता है, जो प्राप्तकर्ता के चैट को खोलने के बाद उसे मैसेज को ऑटोमैटिकली डिलीट कर देता है। इस फीचर का मकसद वॉट्सऐप यूजर्स को और प्राइवेसी देना है। हालांकि, यदि प्राप्तकर्ता चैट का स्क्रीनशॉट लेता है तो पूरा उद्देश्य विफल हो जाता है।

स्क्रीनशॉट लिया तो फोटो हो जाएगी काली

नए फीचर के साथ, यूजर व्यू वन्स मैसेज का स्क्रीनशॉट नहीं ले पाएंगे। यदि वे स्क्रीनशॉट लेने का प्रयास करते हैं, तो फोटो काली हो जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, एक बार नया फीचर इनेबल हो जाने के बाद, यूजर “सिक्योरिटी पॉलिसी के कारण स्क्रीनशॉट नहीं ले सकेंगे और भले ही कुछ लोग सिक्योरिटी पॉलिसी को बायपास करने के लिए थर्ड-पार्टी एक्सटेंशन का उपयोग करेंगे, बावजूद इसके तस्वीर हमेशा काली ही रहेगी।”

नया फीचर केवल फोटो-वीडियो तक ही सीमित

हालांकि, प्राप्तकर्ता अभी भी बातचीत के स्क्रीनशॉट ले सकता है, भले ही उनमें कुछ डिसअपीयरिंग मैसेज हों। ऐसा इसलिए है क्योंकि नया फीचर केवल व्यू-वन्स फोटो और वीडियो तक ही सीमित है। कोई भी व्यू वन्स फोटो और वीडियो को फॉरवर्ड, एक्सपोर्ट या सेव नहीं कर सकता है लेकिन, प्राप्तकर्ता अभी भी किसी सेकेंडरी मोबाइल डिवाइस का उपयोग करके फोटो ले सकता है। इसलिए, व्यू वन्स मैसेज भेजते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

वॉट्सऐप पर आ रहा है क्रिएट पोल का फीचर

इस बीच, वॉट्सऐप अपने यूजर्स के लिए पोल बनाने की क्षमता शुरू कर रहा है। WaBetaInfo की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ बीटा यूजर अंततः ग्रुप चैट के भीतर पोल बनाने में सक्षम हैं, Android 2.22.1.16 अपडेट के लिए नए वॉट्सऐप बीटा के लिए धन्यवाद। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह फीचर सिर्फ ग्रुप एडमिन तक ही सीमित नहीं है।

गैजेट्स

केंद्र सरकार का बड़ा एक्शन, 70 लाख मोबाइल नंबर हुए सस्पेंड; जानें क्या है कारण 

Published

on

70 lakh mobile numbers suspended in INDIA

Loading

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए 70 लाख मोबाइल नंबर को सस्पेंड कर दिया है। यानी इन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अब आपके जेहन में ही यही सवाल आ रहा होगा कि आखिर सरकार की ओर से यह कदम क्यों उठाया गया है। दरअसल, यह कदम बढ़ते डिजिटल फ्रॉड को देखते हुए उठाया गया है।

इस वजह से हुए मोबाइल नंबर सस्पेंड

सस्पेंड किए गए ये वे मोबाइल नंबर थे जो किसी तरह के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े थे। दरअसल, इस मामले को लेकर वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने मंगलवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के समय में डिजिटल पेमेंट को लेकर हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसा किया गया है। बता दें, वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने यह जानकारी डिजिटल पेमेंट को लेकर धोखाधड़ी और इससे जुड़े मुद्दों पर बैठक के बाद दी है।

जनवरी में होगी अगली बैठक

जोशी ने कहा है कि डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। बैंकों को उनकी प्रक्रियाओं और प्रणालियों को पहले से मजबूत बनाने को कहा गया है। उन्होंने बैठक को लेकर जानकारी देते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर आगे भी बैठकें होती रहेंगी। इसी के साथ मामले पर अगली बैठक अगले साल जनवरी में रखी गई है।

वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS) धोखाधड़ी को लेकर कहा है कि राज्यों को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी के साथ राज्य सरकारों को डेटा सुरक्षा को भी मजबूत बनाने पर गौर देना चाहिए।

फ्रॉड के मामले कैसे होंगे कम

विवेक जोशी ने कहा है कि डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर जागरुकता बेहद जरूरी है। इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है कि समाज को इन मामलों से अवगत करवाया जाए और जागरुक किया जाए। मालूम हो कि हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी साइबर धोखाधड़ी को लेकर समाज को जागरुक करने की बात पर जोर दिया था।

Continue Reading

Trending