मुख्य समाचार
वज़न घटाने के लिए करें इन फलों से दोस्ती, हेल्थ के लिए हैं लाभकारी
जब हम अपने वजन को कम करने के लिये प्लानिंग करते हैं, तो एक्सरसाइज़ के साथ ही जो बात हमारे दिमाग में सबसे पहले आती है, वह है अधिक से अधिक फलों का सेवन करना। क्योंकि फलों में पोषक-तत्व काफी मात्रा में पाये जाते हैं और कैलोरी उतनी नहीं होती। इसके अलावा ज्यादातर फलों से हमें फाइबर भी अच्छी मात्रा में मिल जाता है, जो वजन कम करने के लिये बहुत मायने रखता है पर वास्तव में सभी फलों के साथ ऐसा नहीं है।
दरअसल, कुछ फल ऐसे भी हैं जिनमें शुगर, फैट और कैलोरी की मात्रा अधिक पाई जाती है। अगर हम गलतफ़हमी में आकर उनका अधिक या नियमित सेवन करते हैं, तो हमारा वजन घटने की बजाय बढ़ने लगता है। आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ फलों के बारे में।
केला
केला एक सुपाच्य यानी डाइजेस्टिबल और पोटैशियम से भरपूर फल है। जो हमारी तंत्रिका-तंत्र के लिये काफी अच्छा है पर यह वजन भी बढ़ाता है। क्योंकि केले में शुगर के साथ ही फैट भी होता है। बता दें कि एक नॉर्मल साइज के केले में लगभग 150 कैलोरी होती है। इसलिये यह वजन घटाने की बजाय बढ़ाने का काम करता है।
अन्नानास
अन्नानास या पाइनएप्पल वैसे तो एक हैल्दी फल है पर वजन कम करने के लिये इसका सेवन करना उल्टा असर डाल सकता है। अन्नानास का नियमित सेवन करना हमारे वजन को घटाने की बजाय उसे बढ़ा सकता है। क्योंकि अन्नानास शुगर से भरपूर होते हैं. इससे हमें कैलोरी भी काफी मात्रा में मिल जाती है। ज़ाहिर है ऐसे में अन्नानास यानी पाइनएप्पल का सेवन करना सेहत के दूसरे लिहाज़ से भले सही हो पर वजन कम करने में यह फल कारगर नहीं साबित हो सकता।
एवोकैडो
इसे ऐलीगेटर नाशपाती भी कहते हैं. एवोकैडो वैसे तो पाचन-क्रिया यानी डाइज़ेशन के अलावा हड्डियों आंखों और ब्रेन के लिये भी काफी फ़ायदेमंद होता है। इसके साथ ही यह एक अच्छा एनर्जी-बूस्टर भी होता है। जिसका सीधा सा मतलब है कि इसमें कैलोरी की काफी मात्रा पाई जाती है। इससे ज़ाहिर है कि एवोकैडो का नियमित सेवन करना हमारे वजन को घटाने की बजाय बढ़ाता ही है। इसलिये वेट-लॉस के लिये इसका इस्तेमाल बिलकुल नहीं करना चाहिये।
अंगूर
अंगूर जैसे लोकप्रिय फल की ख़ासियतों से हम सब वाकिफ़ हैं। पर इसका दूसरा पहलू यह है कि 100 ग्राम अंगूर में 16 ग्राम शुगर पाया जाता है। इससे करीब 65 कैलोरी की ऊर्जा यानी एनर्जी हमें मिलती है साथ ही इसमें फैट भी होता है. साफ है कि वजन कम करने के लिये अंगूर का प्रयोग नहीं करना चाहिये।
आम
आम को फलों का राजा भी माना जाता है और ये अक्सर सबको पसंद आता है। इसमें विटामिन-ए और सी के साथ ही पोटैशियम भी अच्छी मात्रा में मिलता है पर वजन कम करने के लिहाज़ से इसका सेवन ठीक नहीं। क्योंकि इसमें कैलोरी की भी अच्छी मात्रा होती है। सौ ग्राम आम से हमें करीब साठ कैलोरी मिलती है. सो वजन कम करने के लिये आम फ़ायदेमंद नहीं होते।
नेशनल
जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा
नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।
संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।
जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।
संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।
-
ऑटोमोबाइल3 days ago
इन आसान उपायों से आप आसानी से बढ़ा सकते हैं अपनी बाइक का माइलेज
-
नेशनल3 days ago
पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी
-
बिजनेस3 days ago
Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो
-
नेशनल3 days ago
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, मुठभेड़ में दो आतंकियों को किया ढेर
-
नेशनल3 days ago
सुप्रीम कोर्ट का विपक्ष को झटका- नहीं लौटेगा बैलेट पेपर, न EVM और VVPAT का 100 फीसदी मिलान
-
प्रादेशिक3 days ago
बिहार: दरभंगा में शादी में आतिशबाजी से घर में लगी आग, एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत
-
नेशनल22 hours ago
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा, ‘आप’ से गठबंधन के थे खिलाफ
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
लोकसभा चुनाव: दूसरे चरण में यूपी की इन आठ सीटों पर मतदान जारी