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राजस्थानः जानिए कौन है सबसे ज्यादा अमीर, सचिन पायलट या अशोक गहलोत!

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नई दिल्ली। राजस्थान में कांग्रेस की जबरदस्त जीत के बाद अब यहां सीएम पद के लिए रस्साकसी देखने को मिल रही है। जहां एक ओर सीएम रह चुके अशोक गहलोत के समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं वहीं सचिन पायलट के समर्थक भी आसानी से हार मानने को तैयार नहीं हैं। हालांकि दोनों नेताओं का दावा है कि सीएम पद के लिए उनके बीच कोई मतभेद नहीं है।

राजस्थान में बुधवार विधायक दल की बैठक हुई जहां दोनों नेताओं के समर्थकों ने अपने-अपने नेता के पक्ष में माहौल बनाने के लिए जमकर नारेबाजी की। सीएम बनने के लिए गहलोत और पायलट एक-दूसरे को कड़ी टक्कर तो दे ही रहे हैं वहीं संपत्ति के मामले में दोनों एक दूसरे से कड़ी चुनौती दे रहे हैं।

अगर संपत्ति की बात करें तो पायलट गहलोत से थोड़ा आगे हैं। गहलोत के पास कुल 4 करोड़ 44 लाख रुपए की चल अचल संपत्ति है, जबकि सचिन पायलट के पास 6 करोड़ 39 लाख रुपए की संपत्ति है। गहलोत के पास खुद के नाम की 92,47,523 रुपए की और उनकी पत्नी के नाम 52,21,839.75 रुपए की अचल संपत्ति है। गहलोत के पास खुद के नाम से 4 करोड़ 59 लाख 950 रुपए की अचल संपत्ति है। जबकि पत्नी के पास गहलोत द्वारा गिफ्ट की गई 50 लाख रुपए की अचल संपत्ति है।

कैश रखने के मामले में भी सचिन पायलट अशोक गहलोत से आगे हैं। पायलट के पास मात्र 99 हजार नकदी है, तो गहलोत के पास 30 हजार रुपये ही नकदी है। दोनों ही नेताओं के पास अपना कोई वाहन नहीं है। सचिन पायलट जब 2004 में अपना पहला चुनाव लड़े थे तो उनकी संपत्ति 25 लाख 55 हजार रुपये थी, यह संपत्ति 2014 में बढ़कर 5 करोड़ 65 लाख रुपये हो गई।

पिछले 5 साल में अशोक गहलोत की संपत्ति में 4.74 करोड़ का इजाफा हुआ है। गहलोत ने 2013 के चुनाव में अपनी जायदाद 1.69 करोड़ रुपये बताई थी, जो अब बढ़कर 6.44 करोड़ रुपये को गई है।

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इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति ने वापस लिया नामांकन, बीजेपी में होंगे शामिल

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इंदौर। लोकसभा चुनाव से पहले ही इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। अक्षय कांति के इस फैसले फैसले से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कलेक्टर कार्यालय में जाकर बीजेपी के उम्मीदवार शंकर लालवानी के सामने उन्होंने अपना पर्चा वापस लिया। इस दौरान बीजेपी के नेता रमेश मेंदोला भी साथ थे। इसके बाद में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक मेंदोला के साथ भाजपा कार्यालय के लिए रवाना हो गए। माना जा रहा है कि बम भाजपा की सदस्‍यता लेंगे।

इंदौर कैलाश विजयवर्गीय का गढ़ माना जाता है। विजयवर्गीय इंदौर 1 से विधायक हैं। उन्होंने एक्स पर अक्षय कांति बम की तस्वीर के साथ लिखा, ”इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में बीजेपी में स्वागत है।”

इसके बाद इंदौर सीट पर अब भाजपा के लिए मैदान लगभग साफ हो गया है, उसके सामने निर्दलीय और अन्य दलों के अलावा कोई प्रत्याशी नहीं बचा। नामांकन वापस लेने के बाद अक्षय कांति बम ने कहा कि जब से उन्होंने नामांकन जमा किया था, तब से ही कांग्रेस की ओर से उन्हें कोई सपोर्ट नहीं मिल रहा था। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि फॉर्म भरने के बाद से ही कांग्रेस अक्षय कांति पर दबाव बना रही थी।

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