Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी को इंडियन ऑफ द ईयर अवार्ड, कई राजनेता थे नामित

Published

on

Unique initiative of the CM

Loading

नोएडा/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi aditynath) को प्रतिष्ठित मीडिया समूह सीएनएन न्यूज़-18 की ओर से इंडियन ऑफ द ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया है। अवार्डों की शृंखला में सीएम को राजनीति श्रेणी में उनके शानदार काम के लिए यह सम्मान मिला है।

मुख्यमंत्री ने जनता को समर्पित किया अवार्ड

CM योगी आदित्यनाथ (yogi aditynath) ने अवार्ड को प्रदेश की 25 करोड़ जनता को समर्पित करते हुए कहा कि इस सम्मान के असली हकदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। बुधवार को मीडिया समूह सीएनएन न्यूज़ 18 द्वारा आयोजित इंडियन ऑफ द ईयर अवार्ड समारोह में मनोरंजन, राजनीति, खेल, स्टार्टअप, सोशल चेंज और जलवायु आदि श्रेणियों में प्रेरणास्पद कार्य करने वाली भारतीय हस्तियों को सम्मानित किया गया।

मुख्यमंत्री योगी को राजनीति कैटेगरी में सर्वोत्तम भारतीय का पुरस्कार मिला। इस श्रेणी में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया सहित कई बड़े नाम शामिल थे। अवार्ड समारोह में सीएम योगी खुद मौजूद नहीं हो सके थे, हालांकि वीडियो संदेश के माध्यम से उन्होंने जनता के प्रति अपना आभार जताया।

यह भी पढ़ें

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल पहुंचे मंत्री समूह, राहत कार्यों को करें तेज: मुख्यमंत्री

सांप ने काटा तो महिला को सांप सहित अस्पताल ले गए परिजन, डाक्टरों के उड़े होश

पीएम मोदी हैं असली हकदार

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 37 साल बाद कोई सरकार लगातार दूसरी बार चुनी गई है। यह जनता के विश्वास का ही प्रतीक है और इस अवार्ड के असल हकदार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।

कार्यक्रम में प्रत्यक्ष उपस्थित न हो पाने पर खेद जताते हुए सीएम ने कहा कि बीते कुछ दिनों में प्रदेश में हुई अतिवृष्टि के कारण जनधन की हानि हुई है, जिसका जायजा लेने और बाढ़ पीड़ितों को अधिकाधिक राहत पहुंचाने के लिए वह जिलों का भ्रमण कर रहे हैं, इसी कारण वह अवार्ड समारोह में उपस्थित नहीं सके।

yogi aditynath, cm yogi aditynath, yogi aditynath news, yogi aditynath got award,

उत्तर प्रदेश

कोरोना की दवाओं की परमिशन देने वालों पर चलाया जाना चाहिए हत्या का मुकदमा: अखिलेश यादव

Published

on

Loading

लखनऊ। कोरोना वायरेस के टीके ‘कोविशील्ड’ की गुणवत्ता पर विवाद के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान भी सामने आया है। कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अखिलेश यादव ने इस मामले पर सत्ताधारी भाजपा हमला बोला है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिन अधिकारियों ने इस वैक्सीन के लिए मंजूरी दी थी उन्होंने ही इस टीके को नहीं लगवाया। अखिलेश यादव ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी ने लोगों की जान जोखिम में डालकर वैक्सीन मैन्यूफैक्चरर से राजनीतिक चंदा वसूला है और इसकी हाई लेवल ज्यूडिशियल जांच की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी ‘जानलेवा’ दवाओं की परमिशन देना किसी की हत्या की साजिश के बराबर है और इसके जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।

अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “एक व्यक्ति को 2 वैक्सीन के हिसाब से लगभग 80 करोड़ भारतीयों को कोविशील्ड वैक्सीन दी गयी है, जिसके बारे में उसका मूल फ़ार्मूला बनाने वाली कंपनी ने कहा है कि इससे हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है। जिन लोगों ने वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट के कारण अपनों को खोया है या जिन्हें वैक्सीन के बुरे परिणाम की आशंका थी, अब उनका शक और डर सही साबित हुआ है।” उन्होंने कहा, “लोगों की ज़िंदगी से खिलवाड़ करने वालों को जनता माफ़ नहीं करेगी। ऐसी जानलेवा दवाइयों को परमिशन देना किसी की हत्या के षड्यंत्र के बराबर है और इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों पर आपराधिक मुक़दमा चलना चाहिए।

गौरतलब है कि ब्रिटेन स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि इसका कोविड टीका रक्त के थक्के जमाने संबंधी दुष्प्रभाव उत्पन्न कर सकता है, लेकिन इनके बीच कोई संबंध होने की जानकारी नहीं है. ब्रिटेन के एक अखबार ने अदालती दस्तावेज के हवाले से यह दावा किया है.

Continue Reading

Trending