Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

देहरादून में भारी बारिश, जगह-जगह मलबा आने से सम्पर्क मार्ग कटे

Published

on

देहरादून में भारी बारिश, जगह-जगह मलबा, सम्पर्क मार्ग कटे, भूस्खलन से कई मार्ग बाधित

Loading

देहरादून में भारी बारिश, जगह-जगह मलबा, सम्पर्क मार्ग कटे, भूस्खलन से कई मार्ग बाधित

JCB cleaning debris in Dehradun

तबाह हुईं धनिया, अदरक और बींस की फसलें

देहरादून। बृहस्पतिवार रात और शुक्रवार पूरे दिन हुई बारिश से दर्जनों गांवों का संपर्क देहरादून से कट गया। कई मार्ग जहां बिल्कुल गायब हो गए, वहीं भूस्खलन ने कई मार्गों को पूरी तरह से बाधित कर दिया है। बारिश से खेती को भी नुकसान हुआ है।

पंडितवाड़ी के कई घरों में हुआ जलभराव

कई गांवों में नकदी फसल तबाह हो गई हैं। देहरादून मंडी आने वाले वाहन मार्गों में खड़े हैं और भूस्खलन की वजह से उनके जल्द आने की संभावना भी नहीं है। वहीं दून में लगातार हो रही बारिश से कई घरों में जलभराव की सूचना है।मालदेवता से ऊपरी कई गांवों में सड़कें जहां सिरे से बह गईं, वहीं फसलों को भी नुकसान हुआ है।

आवागमन बाधित होने से लोग परेशान हैं। साथ ही, सब्जियों के कई वाहन रास्ते में ही रुके हैं। फुलैत, क्यारा, सिल्ला, भैखरीखाल, जमठियाल गांव, भगद्वारीखाल के आगे का मार्ग पूरी तरह से तबाह हो गया है। नगर को इन गांवों से जोड़ने वाला यह एकमात्र मार्ग है।

क्षेत्र के निवासियों ने बताया कि बारिश से मालदेवता के ऊपरी गांवों को काफी नुकसान हुआ है। कई जगह भूस्खलन हुआ है। कई कुंतल मलबा मार्गों पर पड़ा है। क्यारा निवासी महादेव भट्ट और कुंदन सिंह रावत का कहना है कि अदरक, बींस, धनिया समेत तमाम नकदी फसलों को नुकसान हुआ है।

किसानों ने कुछ नगदी फसलें निकालकर रखी हुई थी। मूसलाधार बारिश से फसलों की तबाही हो गई। सिल्ला निवासी बृजमोहन नौटियाल का कहना है कि सिल्ला में भी मूसलाधार बारिश से नुकसान हुआ है। मदन लाल नौटियाल, सोहनलाल नौटियाल ने बताया कि अधिकतर किसान नकदी फसल उगाते हैं।

अब वे माल देहरादून मंडी तक नहीं ले जा पा रहे हैं। तेज बारिश की वजह से भूस्खलन का खतरा भी बना हुआ है। फुलैत में खेत और रास्ते के साथ ही मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। मालूम हो कि इस पूरे क्षेत्र में एक तरफ ऊंची-ऊंची पहाड़ियां हैं तो दूसरी तरफ बांदल नदी। अधिकतर मार्ग भी बेहद संकरा है। ये गांव बुराशखंडा, धनौल्टी व सुवाखोली तक मिलते हैं।

बारिश से पंडितवाड़ी के कई घरों में जलभराव हो गया। इससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है। पंडितवाड़ी के गरतावाला (सिद्धार्थ अपार्टमेंट) के सामने कालोनी में घरों में पानी भर गया। यहां के निवासियों का कहना है कि नाली बंद होने के कारण घरों में पानी भर जाता है। नगर निगम, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग को चाहिए कि वे जल्द कार्यवाही कर जलभराव की समस्या से मुक्ति दिलाएं।

उत्तराखंड

10 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, पहले ही दिन हुए 2 लाख से ज्यादा पंजीकरण

Published

on

Loading

नई दिल्ली। इस बार 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए सोमवार से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले ही दिन चार धाम के लिए दो लाख से अधिक पंजीकरण हो गए हैं। सबसे अधिक 69 हजार पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं।

रजिस्ट्रेशन की सुविधा मोबाइल ऐप, वॉट्सऐप और टोल फ्री नंबर पर भी है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा। इस बार चारधाम यात्रा शुरू होने से 25 दिन पहले यात्रियों को रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जा रही है, जिससे प्रदेश के बाहर से आने वाले यात्री अपना प्लान बनाकर आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकें।

रजिस्ट्रेशन के लिए नाम, मोबाइल नंबर के साथ यात्रा करने वाले सदस्यों का ब्योरा, निवास स्थान के पते के लिए आईडी देनी होगी। पर्यटन विभाग की वेबसाइट रजिस्ट्रेशन एंड टूरिस्ट केअर डॉट यूके डॉट जीओवी डॉट इन पर लॉगिन कर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके अलावा वॉट्सऐप नंबर-8394833833 पर यात्रा लिखकर मैसेज करके भी पंजीकरण कर सकते हैं। पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर-0135-1364 पर कॉल करके पंजीकरण की सुविधा दी है। स्मार्ट फोन पर टूरिस्टकेअरउत्तराखंड मोबाइल ऐप से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

Continue Reading

Trending