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अन्तर्राष्ट्रीय

पूरी दुनिया के संयुक्त गुरू ने कुछ इस अंदाज में दी ‘टीचर्स डे’ की बधाई

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नई दिल्ली। 5 सितंबर को पूरे भारत में शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है। हर कोई अपने पुराने और वर्तमान शिक्षकों को इस ‘गुरू दिवस’ की शुभकामनाएं दे रहा है। ऐसे में पूरी दुनिया के गुरू ‘गूगल’ कहां पीछे रहने वाले थे। गूगल ने भी अपने पूरी दुनिया के गुरूओं को ‘टीचर्स डे’ की शुभकामनाएं दी है।

गूगल ने बुधवार को एनिमेटेड डूडल के जरिए दुनियाभर के शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी है। डूडल में घूमते हुए ग्लोब को दिखाया गया है, यह घूमने के बाद रुक जाता है और फिर चश्मा पहने किसी शिक्षक की तरह नजर आता है। इसके बाद इसमें से बुलबुले निकलते हैं, इन विषयों में रसायन, अंतरिक्ष विज्ञान, खेल इन सबको दर्शाया गया है।

भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में देश में हर साल पांच सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है, जो एक अनुकरणीय शिक्षक, दार्शनिक, विद्वान और राजनेता थे। हालांकि, यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व शिक्षक दिवस हर साल पांच अक्टूबर को मनाया जाता है।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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