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आध्यात्म

इन रेसिपीज के बगैर अधूरा है ईद का त्योहार, ईद-उल-फितर की दावत में जरूर करें इन्हें शामिल

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ईद आने में बस कुछ दिन बचे हैं. ऐसे में घरों में ईद की तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं. रमज़ान के पूरे पाक महीने में हर दिन रोजा रख कर सुबह सूरज निकलने से पहले सहरी कर पूरे दिन बिना खाना, पानी के इस व्रत को किया जाता और सूर्यास्त के बाद इफ्तार से इस व्रत को खोला जाता है. पूरे महीने चलने वाले रमज़ान की समाप्ति ईद से होती है. ईद (Eid-ul-Fitr 2022) पर घरों में कई तरह के पकवान पनाएं जाते हैं. रिश्तेदार आते हैं, पार्टी होती है. लेकिन कुछ ऐसी रेसिपीज हैं जिनके बिना ईद अधूरी सी लगती है. अगर आप भी ईद पर बनने वाली खास रेसिपीज को लेकर कंफ्यूज हैं तो हम आपको आज कुछ ऐसी आसान रेसिपी बता रहे हैं जिन्हें आप ईद के दिन आसानी से झटपट बना सकते हैं.

Celebrate Eid Al Fitr at Home in Dubai: Activities, Feast & More - MyBayut

ईद पर बनाएं ये खास और स्वादिष्ट रेसिपीज-

1. कबाब-

Seekh Kabab Stock Photo | Adobe Stock

कबाब ईद पार्टी के खाने की शान है. ईद के मौके पर कबाब को बहुत पसंद किया जाता है. ईद पर आप कई तरह के कबाब जैसे, सीख कबाब, शमी कबाब, गलौटी कबाब, टंगड़ी कबाब, मटन टिक्का कबाब आदि को बना सकते हैं. इन्हें कई मसालों के साथ चिकन या मटन में मैरिनेट कर प्याज और नींबू के साथ गार्निश कर सर्व किया जाता है.

2.शीर खुरमा-

How to make Sheer Khurma

ईद के जश्न में मीठा न हो ऐसा कैसे. भारतीय त्योहारों में मीठा किसी भी सेलिब्रेशन में चार चांद लगाने का काम करता है. ईद पर कई तरह की मिठाई बनाई जाती है जैसे, शीर खुरमा, मीठी सेवइयां, शीर्मल, फिरनी, शाही टुकड़ा आदि.

3.मटन कोरमा-

Photos: Enjoy mutton korma at the Dastarkhawan Food Tour - Outlook Traveller

मटन कोरमा एक पॉपुलर रेसिपीज है. जिसे ढेर सारे मसाले, काजू और गुलाब जल से बनाया जाता है. इस रेसिपी को खासतौर पर ईद पर बनाया जाता है. घर आए गेस्ट को मटन कोरमा रेसिपी बना कर करें इंप्रेस.

4. बिरयानी-

9,589 Biryani Stock Photos, Pictures & Royalty-Free Images - iStock

बिरयानी एक स्वादिष्ट डिश है. ईद का मौका हो और बिरयानी ना बने, यह तो हो ही नहीं सकता. बिरयानी ईद को और भी खास बनाने का काम करती है. बिरयानी की पॉपुलैरिटी के कारण आज देश भर में कई तरह की बिरयानी डिश आपको मिल जाएंगी. अगर आप भी ईद पार्टी में बिरयानी को रखना चाहते हैं, तो इस चिकन बिरयानी को करें ट्राई.

आध्यात्म

आज पूरा देश मना रहा रामनवमी, जानिए इसके पीछे की पूरी पौराणिक कहानी

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नई दिल्ली। आज पूरे देश में रामनवमी का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया जा रहा है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। जो विष्णु का सातवां अवतार थे। रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। आइये जानते हैं इसके पीछे की पौराणिक कहानी।

पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान राम ने भी मां दुर्गा की पूजा की थी, जिससे कि उन्हें युद्ध के समय विजय मिली थी। साथ ही माना जाता है इस दिन गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस की रचना का आरंभ किया। राम नवमी का व्रत जो भी करता है वह व्यक्ति पापों से मुक्त होता है और साथ ही उसे शुभ फल प्रदान होता है

रामनवमी का इतिहास-

महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियां थी। कौशल्या, सुमित्रा और कैकयी। शादी को काफी समय बीत जाने के बाद भी राजा दशरथ के घर किसी बालक की किलकारी नहीं गूंजी थी। इसके उपचार के लिए ऋषि वशिष्ट ने राजा दशरथ से पुत्र प्राप्ति के लिए कमेश्टी यज्ञ कराने के लिए कहा। जिसे सुनकर दशरथ खुश हो गए और उन्होंने महर्षि रुशया शरुंगा से यज्ञ करने की विन्नती की। महर्षि ने दशरथ की विन्नती स्वीकार कर ली। यज्ञ के दौरान महर्षि ने तीनों रानियों को प्रसाद के रूप में खाने के लिए खीर दी। इसके कुछ दिनों बाद ही तीनों रानियां गर्भवती हो गईं।

नौ माह बाद चैत्र मास में राजा दशरथ की बड़ी रानी कौशल्या ने भगवान राम को जन्म दिया, कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने दो जुड़वा बच्चे लक्ष्मण और शत्रुघन को जन्म दिया। भगवान विष्णु ने श्री राम के रूप में धरती पर जन्म इसलिए लिया ताकि वे दुष्ट प्राणियों का नरसंहार कर सके।

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