Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

ईद से पहले अयोध्या में हिंसा भड़काने की कोशिश, मस्जिदों में फेका गया आपत्तिजनक सामान, 7 गिरफ्तार

Published

on

Loading

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में ‘दंगा भड़काने’ की बड़ी कोशिश का खुलासा हुआ है। अयोध्या पुलिस ने मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने शहर में कई जगहों पर मस्जिद के सामने आपत्तिजनक सामान और धार्मिक किताबों के कुछ पन्ने डालकर दंगा फैलाने की कोशिश की थी। मामला 27 अप्रैल की रात का है। जानकारी के मुताबिक इस पूरी साजिश का पता सीसीटीवी फुटेज के जरिए लगा। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने ईद के मौके पर माहौल बिगाड़ने के लिए ये साजिश रची थी।

मामले का पता कैसे चला?

अयोध्या पुलिस के मुताबिक जिन जगहों पर ये आपत्तिजनक चीजें फेंकी गईं, उनमें मस्जिद कश्मीरी मोहल्ला, टाटशाह मस्जिद, घोसियाना रामनगर मस्जिद, ईदगाह सिविल लाइन और गुलाबशाह दरगाह जेल शामिल है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जिसमें 4 बाइक पर कुल 11 लोग दिखाई दिए। पुलिस ने बताया है कि इसमें एक आदमी बाइक से उतरकर विवादित सामग्री फेंकता दिखाई दे रहा है। आरोपियों ने पहचान छुपाने के लिए मुस्लिम टोपी लगा रखी थी।

जानकारी है कि शातिर आरोपियों ने बाइक के नंबर प्लेट भी बदले हुए थे। पुलिस ने टोपी बेचने वाले दुकानदारों से पूछताछ के बाद पहले दो लोगों को पकड़ा। इसके बाद बाकी लोगों को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस की मानें तो लोगों की समझदारी के कारण बड़ी घटना टल गई। उसने बताया कि आरोपियों के खिलाफ एनएसए भी लगाया जा सकता है। इस मामले में जिन सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है उनकी पहचान महेश कुमार मिश्रा, प्रत्युष श्रीवास्तव, नितिन कुमार, दीपक कुमार गौड़, ब्रिजेश पांडेय, सत्रुघन प्रजापति, विमल पांडेय के तौर पर की गयी है।

अयोध्या पुलिस ने पूरे मामले पर गुरुवार 28 अप्रैल को एक प्रेस नोट जारी किया। इसके मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने हाल में दिल्ली में हुई घटना का बदला लेने के लिए ये प्लान किया। पुलिस ने बताया कि इस साजिश का मास्टरमाइंड महेश कुमार मिश्रा है। उसने बृजेश पांडेय नाम के व्यक्ति के घर में ये साजिश रची थी। सभी आरोपी अयोध्या के ही रहने वाले हैं।

अयोध्या पुलिस ने आपत्तिजनक वस्तुओं या पोस्टर के बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है। हालांकि वक्फ मस्जिद टाटशाह ने 27 अप्रैल को इस घटना को लेकर पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में लिखा गया है कि मस्जिद के सचिव मोअज्जिन ने सुबह की नमाज के लिए जब गेट खोला तो उन्हें ये आपत्तिजनक चीजें दिखीं। उनके मुताबिक, मस्जिद की सीढ़ी पर फटी हालत में कुरान और जानवर का मांस रखा हुआ था। इसके अलावा एक पोस्टर में हजरत मोहम्मद के बारे में कलम से अपशब्द भी लिखे हुए थे।

उत्तर प्रदेश

गाजियाबाद में रिटायर्ड जवान ने बेटी के दोस्त की गोली मारकर की हत्या, पुलिस पूछताछ में कही ये बात

Published

on

Loading

गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबाद में एक इंजीनियरिंग के छात्र की एक शख्स ने गोली मारकर हत्या कर दी। मिली जानकारी के मुताबिक, ये छात्र एक लड़की के साथ रिलेशनशिप में था। लड़की के पिता ने छात्र को पांच गोलियां मारीं।

मामला जिले के क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके का है। पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) विवेक चंद्र यादव ने कहा, ‘बीटेक छात्र विपुल (25) की एक रिटायर्ड सुरक्षाकर्मी ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना शुक्रवार सुबह क्रॉसिंग रिपब्लिक थानाक्षेत्र के एक फ्लैट में हुई।’

आरोपी राजेश कुमार सिंह बीएसएफ से रिटायर्ड है और वर्तमान में एक निजी सुरक्षा फर्म में कार्यरत है। अधिकारी ने कहा, ‘विपुल कथित तौर पर आरोपी की बेटी के साथ रिश्ते में था।’ अधिकारी ने कहा, ‘आरोपी रात में फ्लैट पर पहुंचा। विपुल के साथ उसकी बहस हुई जिसके बाद उसने विपुल को पांच गोलियां मार दीं।’

पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी विपुल के साथ अपनी बेटी के रिश्ते के खिलाफ था।

Continue Reading

Trending