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अन्तर्राष्ट्रीय

वैज्ञानिकों ने किया बंदरों में इंसानी दिमाग फिट, फिर जो हुआ….

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नई दिल्ली। इंसानी दिमाग किस हद तक काम कर सकता है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वैज्ञानिकों ने अब इंसानी दिमाग को बंदरों में भी सफलतापूर्वक फिट कर दिया है।

यह दावा किसी और ने नहीं बल्कि चीन ने किया है। चीन के वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्होंने 11 बंदरों में एमसीपीएच-1 जीन प्रत्यारोपित कर इन्हें तैयार किया है। आपको बता दें कि मानव मस्तिष्क के विकास में यह जीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

प्रयोग के दौरान वैज्ञानिकों ने पाया कि इंसानों की तरह ही इन बंदरों के दिमाग को विकसित होने में ज्यादा समय लगा है। अगर ये दावा सच है तो चीन ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। इन बंदरों का दिमाग इंसान की तरह ही बताया जा रहा है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि शॉर्ट टर्म मेमारी के टेस्ट में भी इन बंदरों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। वहीं, जंगली बंदरों की तुलना में इन बंदरों ने किसी बात पर प्रतिक्रिया देने में भी काफी तेजी दिखाई। हालांकि इनके दिमाग का आकार नहीं बढ़ा है।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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