Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

इन जगहों पर मिलती है सबसे ज्यादा सैलरी, आप भी करना चाहेंगे यहां काम

Published

on

Loading

अच्छी सैलरी पर जॉब हर कोई करना चाहता है। आपकी सैलरी के आगे कितना जीरो है यह सब कुछ आपकी समाज मे ‘रेपो’ तैयार करती है। सैलरी के अंक ही आपकी लाइफस्टाइल डिसाइड करता है। हालांकि भारत में नौकरी पेशा लोगों की सैलरी बहुत खास नही होती। प्राइवेट वालों की तो बात ही न कीजिये। कंपनियों द्वारा सबसे ज्यादा प्राइवेट कर्मचारी ही रगड़े जाते हैं। काम अधिक दाम कम यही हकीकत है। लेकिन, आइये हम आपको उन जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आपको आपके काम के बदले ड्रीम सैलरी दी जाती है।

साभार – इंटरनेट

स्विटजरलैंड – बॉलीवुड फिल्मों में स्विटजरलैंड को अभी तक रोमांस की नगरी के तौर पर ही पेश किया गया है। शायद ही कोई ऐसी हिंदी फिल्म बनी हो जिसका लीड किरदार इस देश में नौकरी या बिजनेस करता हो। आईएमडी की रेटिंग के अनुसार दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी स्विटजरलैंड में काम कर रहे लोगों को मिलती है। यहां हफ्ते में औसतन 31 घंटे काम करना पड़ता है।

साभार – इंटरनेट

लक्जमबर्ग – यूरोप में मौजूद लग्जमबर्ग भले ही छोटा सा देश हो, मगर सैलरी के मामले में यह पूरी दुनिया में तीसरे नंबर पर है। यहां सर्विस करने वाले कर्मियों की सालाना औसत आय 40.11 लाख होती है। यानी महीने में कर्मी 3.34 लाख रुपये कमाते हैं।

साभार – इंटरनेट

अमेरिका – नौकरी और सैलरी के लिहाज से संयुक्त राज्य अमेरिका दूसरे पायदान पर है। यह देश सर्वश्रेष्ठ ग्राहक सेवा और पेशेवर रवैये के लिए जाना जाता है। एक साल में औसतन यहां काम करने वाले करीब 42 लाख कमाते हैं। यानी उनकी मासिक आय 3.47 लाख रुपये है।  यहां हफ्ते में कम से कम 34.4 घंटे काम करना अनिवार्य है।

साभार – इंटरनेट

हांगकांग –  हांगकांग पर भले ही चीन का कब्जा है, लेकिन यहां के कर्मी चीन के पेशेवरों से ज्यादा कमाते हैं। आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक इस देश में काम करने वाले लोग साल में औसतन 30.93 लाख रुपये कमाते हैं।  इस लिहाज से उनकी औसत मासिक आय 2.57 लाख रुपये हुई।

साभार – इंटरनेट

जापान और जर्मनी – सैलरी के मामले में जर्मनी और जापान दुनिया पर पांचवें स्थान पर हैं। जापान में काम करने वाले लोग सबसे ज्यादा मेहनती माने जाते हैं। यहां सर्विस करने वाले पेशेवर साल में औसतन 33.08 लाख रुपये कमाते हैं।

जर्मनी आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक जर्मन कंपनियां कर्मियों की ट्रेनिंग पर सबसे ज्यादा ध्यान केंद्रित करती हैं। यही वजह है कि यहां काम करने वाले लोगों में ‘वर्क मोटीवेशन’ ज्यादा होता है। यहां के पेशवर सालाना औसतन 29.03 रुपये कमा लेते हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

Continue Reading

Trending