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अन्तर्राष्ट्रीय

अगर चुनाव आयोग ने पाया दोषी तो नहीं बन पाएंगे इमरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री? ये है मामला

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नई दिल्ली। पाकिस्तान में चुनाव जीतने और सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद भी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान की शपथ ग्रहण पर मुसीबत के बादल छाए हुए हैं। शपथ की तारीख़ नज़दीक आ रही है लेकिन शपथ होगी भी या नहीं ये निश्चित नहीं हो पा रहा है।

मामला ये है कि इमरान खान को चुनाव प्रचार के दौरान कई बार अनुचित भाषा के इस्तेमाल में आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। तो पाकिस्तान चुनाव आयोग अगर उन्हें दोषी ठहराता है तो उन्हें उनकी सभी सीटों से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। संभावना ये भी है कि उनकी बड़ी जीत और पाकिस्तान के मौजूदा राजनीतिक माहौल को देखते हुए उन्हें केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया जाएगा। लेकिन इमरान खान को नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में तीन में से एक सीट से शपथ लेने की अनुमति मिल गई है। अब उनकी सदस्यता आचार संहिता उल्लंघन के लंबित मामले में चुनाव आयोग के फैसले पर निर्भर करती है। अगर चुनाव आयोग का फैसला उनके हक़ में नहीं आता है तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने इमरान खान को नेशनल असेंबली के सदस्य की शपथ लेने की अनुमति दी भी है तो कुछ शर्तों पर। आयोग ने दो सीटों से उनकी जीत को स्थगित कर दिया है और तीन अन्य सीटों से उन्हें विजयी घोषित कर दिया है। आपको पता हो कि इमरान ने एक साथ पांच सीटों पर जीत दर्ज की है।

अन्तर्राष्ट्रीय

सरबजीत सिंह के हत्यारे की लाहौर में हत्या, अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर मारी गोली

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नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले शख्स अमीर सरफराज तांबा अज्ञात बंदूकधारियों ने घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक, अमीर सरफराज तांबा लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में रहता था, जहां मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उसके घर में घुसकर उसे मौत के घाट उतार दिया।

सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले अमीर सरफराज को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का करीबी माना जाता था। सरफराज को ‘लाहौर के असली डॉन’ के नाम से जाना जाता था। सरफराज पाकिस्तान में कई संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त था और और सरकार और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त था। FIR में सरफराज के भाई जुनैद ने पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार जिक्र किया है।

जुनैद ने बताया कि जिस समय अज्ञात बंदूकधारी घर में घुसे, तब वह अपने भाई सरफराज के साथ घर में मौजूद था। जुनैद ने बताया कि वो ग्राउंड फ्लोर पर था, जबकि अमीर सरफराज ऊपर वाले फ्लोर पर था। दोपहर में करीब 12.40 बजे पर 2 अज्ञात लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर उसके घर पहुंचे। इसमें से एक व्यक्ति ने हेलमेट पहना था और दूसरे व्यक्ति ने मास्क लगाया था। दोनों ने घर में घुसते ही अमीर सरफराज पर 3 गोलियां चलाई और फरार हो गए।

गौरतलब है कि भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को पाकिस्तान ने जासूसी का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया था। सरबजीत 30 अगस्त 1990 को गलती से पाक सीमा में चला गया था। तब पाक पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और इस्लामाबाद में हुए बम धमाकों के मामले में गिरफ्तार किया था। पाक पुलिस का दावा था कि भारत के तरनतारन के गांव भिखीविंड निवासी सरबजीत सिंह भारतीय एजेंसियों का जासूस है। कई सालों तक पाक जेल में बंद रखने के बाद पाक खुफिया एजेंसी ISI के इशारों पर अमीर सरफराज ने साल 2013 में जेल में सरबजीत की हत्या कर दी थी।

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