Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

जुर्म

रेप केस में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम ने कहा- साजिश के तहत फंसाया गया

Published

on

Loading

अहमदाबाद। रेप केस में उम्रकैद की सजा काट रहे असुमल हरपलानी उर्फ आसाराम की अन्य केस में गांधीनगर कोर्ट में ऑनलाइन पेशी हुई। इस दौरान उसके बयान दर्ज किए गए। आसाराम ने अपने खिलाफ साजिश की बात कहते हुए दावा किया कि उसे फंसाया गया है।

विशेष अभियोजक आरसी कोडेकर के मुताबिक अतिरिक्त जिला न्यायाधीश डी के सोनिक ने आरोपी से सीआरपीसी की धारा 313 के तहत कई सवाल जवाब किए। आसाराम का बयान 175 पन्नों में दर्ज किया गया। शुक्रवार को इस केस के सह-आरोपियों से पूछताछ होगी, जिसमें आसाराम की पत्नी, बेटी और चार करीबी सहयोगी शामिल हैं।

आसाराम ने कहा कि उसके खिलाफ उन लोगों ने साजिश की जिन्हें कभी उसने आश्रम से निकाल दिया था। बचाव पक्ष के वकील चंद्रशेखर गुप्ता ने कहा कि अपना पक्ष रखने का मौका मिलने पर आसाराम ने न सिर्फ अपने खिलाफ लगे आरोपों को नकारा बल्कि कोर्ट को यह भी बताया कि आरोप एक साजिश का हिस्सा हैं। 12 साल पहले जिन लोगों को आश्रम से निकाल दिया गया था उन्होंने ही यह साजिश रची।

आसाराम ने कहा कि शिकायतकर्ता की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर फर्जी है और पुलिस सच्चाई का पता लगाने की कोई कोशिश नहीं कर रही है। राजस्थान के जोधपुर सेंट्रल जेल में बद आसाराम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जवाब दिए।

नाबालिग लड़की के यौन शोषण में दोषी पाए जाने के बाद आसाराम को 2018 में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। सूरत में उसकी एक पूर्व अनुयायी ने आरोप लगाया था कि 1997 से 2006 के बीच उसके साथ रेप किया गया। इसके बाद राजस्थान में मुकदमा दर्ज किया गया था। पीड़िता की छोटी बहन ने आसाराम के बेटे नारायण साईं पर रेप का आरोप लगाया था। उसे भी सूरत कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी है।

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

Published

on

Loading

कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

Continue Reading

Trending