Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

समलूर का ‘मुर्गा’ बना चैंपियन

Published

on

Loading

एकान्त प्रिय चौहान

रायपुर/दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ की संस्कृति और पारंपारिक खेल अपने आप में अनोखे हैं। बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले के गीदम में हुए मुर्गा मुकाबले का दर्शकों ने भरपूर आनंद उठाया। इस मुकाबले में समलूर का ‘मुर्गा’ चैंपियन बना।

ये मुकाबला वास्तविक मुर्गो के बीच न होकर मुर्गा बने दो व्यक्तियों के बीच होता है। इसमें एक व्यक्ति मुर्गा बनता है और उसका सहयोगी उसे अपने कंधों पर उठाए रहता है। वहीं प्रतिद्वंद्वी भी इसी तरह मुकाबले के लिए तैयार होता है। हू-ब-हू मुर्गो की तर्ज पर इनके बीच मुकाबला होता है। इसमें जो धराशायी हुआ, वह हारा।

गीदम में बीते गुरुवार को हुए मुकाबले में समलूर का मुर्गा चैंपियन बना। उसके चैंपियन बनते ही गीदम स्थित बड़े पनेड़ा स्टेडियम में रोमन कोलाजियम जैसा ²श्य ग्रामीण खेल प्रतियोगिता के दौरान दर्शकों ने देखा।

समलूर और बड़े पनेड़ा के मुर्गो के बीच हुए मुकाबले ने दर्शकों के बीच बेहद रोचकता पैदा की। अंत में समलूर का मुर्गा सभी दांव-पेच आजमाते हुए जीतने में सफल रहा। खुशी का आलम यह था कि मुर्गे के मालिक को समलूर वासियों ने हाथोंहाथ उठा लिया और मैदान का वैसा ही चक्कर लगाने लगे, जैसे वल्र्ड कप जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने सचिन तेंदुलकर को उठाकर पूरे ग्राउंड का चक्कर लगाया था।

शाम छह बज चुके थे, लेकिन जनता का उत्साह कम नहीं हुआ था। मैच आठ बजे तक चलना था। ग्रामीण खेलों में सबसे ज्यादा उत्साह मुर्गा लड़ाई का देखने में आया। जब समलूर और बड़े पनेड़ा के मुर्गे का मुकाबला हो रहा था तो सर्किल में पैर रखने की जगह नहीं थी। बाद में आए दर्शक के लिए इस भीड़ को चीर कर अंदर घुस पाना किसी तरह से भी संभव नहीं था।

लोगों का उत्साह शानदार एंकरिंग की वजह से भी बढ़ गया। एंकर मुर्गे के हर दांव-पेच के बारे में विस्तार से और अपनी सुंदर भाषा में लोगों को बताते रहे। जैसे-जैसे मुकाबला बढ़ता गया, लोगों की तालियां और उत्साह बढ़ने लगा।

इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य चैतराम अटामी, गीदम जनपद पंचायत अध्यक्ष सुदराम भास्कर, डीएसपी विवेक शुक्ला एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा अधिकारी उपस्थित थे।

प्रादेशिक

मुंबई होर्डिंग हादसे में कार्तिक आर्यन के मामा-मामी की मौत, 56 घंटे बाद मिले शव

Published

on

Loading

मुंबई। 13 मई को मुंबई में घाटकोपर होर्डिंग हादसे के बाद घटनास्थल से दो और शव बरामद हुए हैं। दोनों शवों की जब पहचान की गई तो सबके होश उड़ गए। दोनों शव बॉलीवुड एक्टर कार्तिक आर्यन के मामा-मामी के हैं। कार्तिक आर्यन 16 मई यानी कल दोपहर को अपने परिवार सहित शमशान भूमि में अंतिम संस्कार विधि के लिए पहुंचे थे। इस हादसे में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है।

बता दें कि घाटकोपर होर्डिंग हादसे के 56 घंटे बाद जो 2 शव एक कार से निकाले गए वो इंदौर एयरपोर्ट के पूर्व डायरेक्टर मनोज चंसोरिया और उनकी पत्नी अनीता चंसोरिया के थे। जो रिश्ते में कार्तिक आर्यन के मामा-मामी थे। रिटायर होने के बाद मनोज अपनी पत्नी के साथ जबलपुर आ गए थे। यहां से उन्हें अमेरिका में रहने वाले अपने बेटे यश चंसोरिया के पास जाना था। अमेरिका का वीजा बनवाने के लिए मनोज चंसोरिया अपनी पत्नी अनीता के साथ मुंबई गए थे।

इसके बाद सोमवार 13 मई 2024 को मनोज मुंबई से जबलपुर आने के लिए निकले थे। होर्डिंग हादसे वाले फ्यूल पंप पर रुककर वो कार में पेट्रोल भरवा रहे थे। इसी दौरान भयंकर तूफान आया और विशालकाय होर्डिंग गिर गया जिसमें कई लोग दब गए थे। हादसे में चंसोरिया दम्पति की कार भी दब गई थी। दोनों की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घटना के बाद अमेरिका से यश और जबलपुर से मृतक मनोज के जीजा डॉक्टर परमल स्वामी, मधु स्वामी, विनय नेमा भी मुंबई पहुंचे। आकस्मिक हुई इस घटना ने कार्तिक के परिवार को जबरदस्त झटका लगा है।

Continue Reading

Trending