Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

तमिल, तेलुगू में भी प्रदर्शित होगी ‘बाजीराव मस्तानी’

Published

on

Loading

चेन्नई| फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली की आगामी लोकप्रिय फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ तमिल और तेलुगू में भी डब की जाएगी। यह फिल्म दुनियाभर में 18 दिसंबर को प्रदर्शित होने के लिए तैयार है। भंसाली ने कहा, “फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ एक ऐसी कहानी है, जिसे लोगों के सामने रखने के लिए मैं वर्षो से इंतजार कर रहा हूं। मुझे खुशी है कि दक्षिण भारत के लोग अपनी भाषा में यह फिल्म देख पाएंगे। यह मेरा पिछले कई वर्षो का सपना है और इसे दर्शकों के सामने रखने को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं।”

गीतकार मदन कर्की इसके तमिल संस्करण की जिम्मेदारी संभालेंगे, जबकि उनके वरिष्ठ रामजोग्या शास्त्री तेलुगू संस्करण की जिम्मेदारी लेंगे।

फिल्म में रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा जैसे सितारों ने अपने अभिनय के जलवे बिखेरे हैं। यह एक ऐतिहासिक फिल्म है, जिसमें युद्ध और प्यार का बखूबी चित्रण किया गया है।

फिल्म इरोज इंटरनेशनल और भंसाली द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित है।

मनोरंजन

हाईकोर्ट पहुंचे जैकी श्रॉफ, बिना इजाजत ‘भ‍िडू’ बोला तो देना होगा 2 करोड़ जुर्माना

Published

on

Loading

मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज एक्‍टर जैकी श्रॉफ को आपने अक्सर ‘भ‍िडू’ शब्द का प्रयोग करते सुना होगा। कई बार उनसे मुलाकात के दौरान उनके फैंस भी इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब अगर आपने आगे से ऐसा किया तो आपको 2 करोड़ रु का जुर्माना देना पड़ सकता है। एक्‍टर ने ‘व्यक्तित्व और प्रचार अधिकारों की सुरक्षा’ के तहत ‘भ‍िडू’ शब्‍द के इस्‍तेमाल पर दिल्‍ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कई संस्‍थानों के ख‍िलाफ केस किया है।

यह मामला उन संगठनों के खिलाफ दायर किया गया है जो जैकी श्रॉफ का इस्तेमाल उनकी अनुमति के बिना व्यावसायिक लाभ के लिए कर रहे हैं। उम्मीद है कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुनाएगा ताकि अभिनेता के प्रचार अधिकारों की रक्षा की जा सके। मामले को कल 14 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

यह पहली बार नहीं है कि किसी बॉलीवुड अभिनेता ने गोपनीयता और प्रचार अधिकार के लिए अदालत से मदद मांगी है। इससे पहले दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने लोगों को अभिनेता की नकल करने और उनकी सहमति के बिना उनकी आवाज का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

दूसरी ओर पिछले साल अनिल कपूर ने भी अपने व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इसके अलावा, इस साल जनवरी में अनिल कपूर ने केस जीत लिया। इसमें उन्होंने ‘झकास’ शब्द वाला तकिया कलाम, अपने नाम, आवाज, बोलने के तरीके, छवि, समानता और हावभाव की सुरक्षा की मांग की थी। उनका कहना था कि इसका प्रयोग न किया जाए।

Continue Reading

Trending