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भूकंप : पाकिस्तान में 60 की मौत, भारत, अफगानिस्तान में भी नुकसान

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नई दिल्ली/इस्लामाबाद। भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कई हिस्से सोमवार को भूकंप के तेज झटकों से हिल गए। पाकिस्तान में भूकंप से 60 लोगों के मरने और 400 के घायल होने की खबर है। वहां सेना को राहत कार्य में लगाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकट की इस घड़ी में पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तुरंत मदद की पेशकश की है। भारत मौसम विभाग ने बताया कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.5 मापी गई है।

अमेरिका के भूगर्भीय सर्वे ने कहा कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई है। सर्वे ने इसका केंद्र अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में जार्म नाम की जगह को बताया है।

दोपहर 2.40 बजे आए झटकों के बाद दिल्ली समेत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हजारों लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर आ गए। राजधानी में मेट्रो ट्रेन की सेवा रोकनी पड़ी। दिल्ली मेट्रो के प्रवक्ता ने बताया कि बाद में आवश्यक जांच के बाद सेवा को बहाल कर दिया गया। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों की संचार सेवाएं भी प्रभावित हुईं। जयपुर में भी भूंकप के झटके महसूस करने पर मेट्रो सेवा रोक दी गई थी।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अलावा जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश भूंकप के झटकों से हिल उठा। देश में भूकंप से किसी के मरने की खबर नहीं है लेकिन कश्मीर में संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है। पूरे उत्तर भारत में 30 से 40 सेकेंड तक झटके महसूस किए गए। अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने बताया कि श्रीनगर में कई भवनों में दरार पड़ गई है। दक्षिण और मध्य कश्मीर में बड़ी संख्या में घर और विद्यालय भवन तबाह हो गए हैं। श्रीनगर में एक फ्लाईओवर में दरार पड़ गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में आए भूकंप के बारे में सुना जिसके झटके भारत में भी महसूस किए गए। मैं सभी की सलामती के लिए दुआ करता हूं।” मोदी ने लिखा, “मैंने नुकसान के आकलन के लिए कहा है। हम अफगानिस्तान और पाकिस्तान समेत जहां भी मदद की जरूरत होगी, देने के लिए तैयार हैं।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से परेशान होने की अपील नहीं की है। उन्होंने कहा कि आपदा राहत टीमें सक्रिय कर दी गई हैं। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने ट्वीट में कहा कि ऐसा लगा कि जैसे कोई मजबूत हाथ उनकी कुर्सी को घुमा रहा है। दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने भूकंप पर कहा, “बहुत, बहुत बड़ा था..प्रार्थना कर रहा हूं।”

भूकंप का सबसे अधिक असर पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हुआ है। पाकिस्तान में 60 लोगों के मरने की खबर है। 400 लोग घायल हुए हैं। पाकिस्तान में सेना को राहत कार्य में लगा दिया गया है।

काबुल में भारतीय राजदूत अमर सिंह ने फोन पर कहा कि अफगानिस्तान में किसी भारतीय को जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। अफगानिस्तान में भूकंप के बड़े झटके के कुछ ही देर बाद फिर झटका आया जिसकी तीव्रता 4.8 मापी गई।

इस्लामाबाद में अधिकारियों ने कहा कि इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, सरगोड़ा, कोहट और मुल्तान जैसे बड़े शहरों सहित देश के अधिकांश उत्तरी हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। अफगानिस्तान की सीमा से लगे खैबर पख्तूनवा प्रांत में भूकंप से भारी तबाही हुई है। यहां अलग-अलग इलाकों में 18 लोगों के मरने की खबर है।

समाचार-पत्र ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान सीमा के करीब बाजौर कबायली क्षेत्र मंन इमारतें जमींदोज हो गईं, जिसमें दबकर 4 लोगों के मारे जाने की सूचना है। ‘डॉन’ की रिपोर्ट में कहा गया कि पंजाब प्रांत के चकवाल जिले के कल्लर कहार इलाके में एक बच्चे, सरगोड़ा में दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हुए हैं। वहीं, कसूर जिले में एक घर की छत गिरने से एक और स्वात घाटी में छह लोगों की मौत हो गई। ‘दुनिया न्यूज टीवी’ की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप में पेशावर के बाला हिसार किले का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल असीम बाजवा ने कहा है कि सैनिकों को औपचारिक आदेश मिलने का इंतजार किए बिना तुरंत प्रभाव से राहत कार्य में जुट जाने का आदेश है।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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