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प्रादेशिक

तेलंगाना, आंध्र में लू से 30 मौतें

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हैदराबाद | तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश में लू का प्रकोप बरकरार है। रविवार को लू की चपेट में आए 30 और लोगों की मौत हो गई। तेलंगाना और आध्र प्रदेश के कई इलाके इस समय लू की चपेट में हैं। तेलंगाना में लू के कारण जहां 25 लोगों की मौत हुई, वहीं आंध्र प्रदेश में पांच लोगों की जानें गईं।

अधिकारियों के मुताबिक, रविवार को हुई मौतों के अलावा इन दोनों राज्यों में अबतक लू से 223 लोगों की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने कहा कि मृतकों के आंकड़े के लिए वे जिला स्तर के अधिकारियों की ओर से पुष्टि होने का इंतजार कर रहे हैं। तेलंगाना के राजस्व सचिव बी. आर. मीणा ने कहा कि शुक्रवार तक मिली रपट के मुताबिक, राज्य में अबतक 128 लोगों की मौत हुई है। मृतकों के आंकड़े को लेकर यह पहला आधिकारिक बयान था।

आंध्र प्रदेश में आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि राज्य में लू से 85 लोगों की मौत हुई है। तेलंगाना के खम्माम, नलगोंडा और रामागुंडम में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस, जबकि हनमकोंडा और निजामाबाद में 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आंध्र प्रदेश में दक्षिणी तटीय क्षेत्रों -मछल्लीपट्टनम और विजयवाड़ा- में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

हैदराबाद मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी जारी की है कि आने वाले दिनों में लू का असर बरकरार रहेगा। मौसम विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को धूप से बचने और गर्मी में एहतियात बरतने की सलाह दी है। लोगों को घरों के अंदर रहने और जरूरत पड़ने पर पूरी सुरक्षा के साथ बाहर निकलने के लिए कहा है। तेलंगाना के 10 जिलों और आंध्र प्रदेश के दक्षिण तटीय इलाकों में बीते एक सप्ताह से लू का कहर जारी है।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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