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अन्तर्राष्ट्रीय

भारतवंशियों के बारे में जानकारियां चुराने के लिए 7 आरोपित

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न्यूजर्सी, भारतीय मूल,यूनियन काउंटी,ड्राइविंग लाइसेंस, बेशकीमती आभूषण, टीएजी ह्यूर घड़ियों, आईफोन, हेडफोन

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न्यूजर्सी | भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के बारे में जानकारियां चुराकर उसके जरिए 540,000 से अधिक नकदी और महंगे सामानों की खरीददारी करने वाले चोरों के एक सात सदस्यीय गिरोह को गिरफ्तार कर लिया गया है। मीडिया में जारी एक रपट के अनुसार, यूनियन काउंटी के कार्यवाहक अभियोजक ग्रेस पार्क ने कहा है कि इन लोगों से न्यूजर्सी शहर की पुलिस ने 250 से अधिक ड्राइविंग लाइसेंस और क्रेडिट कार्ड जब्त किए हैं।

वेबसाइट ‘एनजे डॉट कॉम’ के मुताबिक, वेस्टफील्ड पुलिस को शहर के लॉर्ड और टेलर स्टोर पर धोखाधड़ी की खबर मिलने के बाद इस मामले की जांच की गई, जो तीन सप्ताह तक चली। अधिकारियों के मुताबिक, अगस्त 2014 से अप्रैल 2015 तक संदिग्धों ने दोहरी नागरिकता वालों के लिए सरकारी दस्तावेजों की प्रतिलिपियों का इस्तेमाल किया। अभियोजकों का कहना है कि इन दस्तावेजों से संदिग्ध नकली क्रेडिट कार्ड और उपहार कार्ड प्राप्त करते थे, जिनका इस्तेमाल महंगे सामान, बेशकीमती आभूषण, टीएजी ह्यूर घड़ियों, आईफोन, हेडफोन और जॉनी वॉकर ब्लू लेबल स्कॉच जैसी महंगी शराब खरीदने में किया जाता था।

इन संदिग्धों में से एक हरप्रीत सिंह (35) ने नकद राशि प्राप्त करने के लिए इन सामानों और क्रेडिट कार्डो को बेच दिया। अधिकारियों का कहना है कि हरप्रीत सिंह, विधि वोहरा (35) और कुणाल वोहरा (23) पर नकली लाइसेंस प्राप्त करने का आरोप है।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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