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लाइफ स्टाइल

थायरॉइड की बीमारी से करना है बचाव, तो न होने दें इन 5 पोषक तत्वों की कमी

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Thyroid Awareness Month 2024

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नई दिल्ली। थायरॉइड गर्दन के सामने मौजूद एक ग्लैंड है, जो थायरॉइड हार्मोन रिलीज करता है। यह हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करता है, जिस वजह से इस ग्लैंड के ठीक से फंक्शन न कर पाने की वजह से हमारे पूरे शरीर पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए इसका ठीक से काम करना बेहद जरूरी होता है।

थायरॉइड ग्लैंड को हेल्दी रखने में कुछ फूड आइटम्स काफी मददगार हो सकते हैं। आइए थायरॉइड अवेयरनेस मंथ में जानते हैं कि किन फूड आइटम्स को डाइट में शामिल कर, आप अपने थायरॉइड को हेल्दी तरीके से काम करने में मदद कर सकते हैं।

थायरॉइड ग्लैंड को बेहतर तरीके से काम करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्व की जरूरत होती है, जैसे- आयोडीन, जिंक, विटामिन-डी, विटामिन-बी, मैग्नीशियम और सेलेनियम। इनमें भी आयोडीन और सेलेनियम, थायरॉइड के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। इसलिए अपनी डाइट में ऐसे फूड आइटम्स शामिल करें, जिनसे आपके शरीर को ये सभी पोषक तत्व जरूरी मात्रा में मिल सकें।

आयोडीन (Iodine)

आयोडीन थायरॉइड हार्मोन टी3 और टी4 हार्मोन रिलीज करने में मदद करता है। इसलिए डाइट में आयोडीन से भरपूर फूड आइटम्स खाएं, जैसे- आयोडाइज्ड नमक, टूना, मैकरल, दूध आदि को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।

विटामिन-डी (Vitamin D)

विटामिन-डी हाइपोथायरॉइडिज्म से बचाव में मदद करता है। दरअसल, विटामिन-डी की कमी की वजह से ऑटो-इम्यून हाइपोथायरॉइडिज्म हो सकता है। इसलिए विटामिन-डी से भरपूर फूड आइटम्स, जैसे- मशरूम, अंडे, फैटी फिश ( टूना, सार्डिन, मैकरल) आदि को नियमित तौर से खाएं। इसके साथ कुछ फॉर्टिफाइड डेरी प्रोडक्ट्स की मदद से भी आप विटामिन-डी की कमी को दूर कर सकते हैं।

सेलेनियम (Selenium)

संतुलित मात्रा में सेलेनियम, थायरॉइड ग्लैंड को हेल्दी रखने में मदद करता है। यह थायरॉइड हार्मोन रिलीज करते समय होने वाले फ्री रेडिकल डैमेज से रक्षा करने में मदद करता है। हालांकि, इसकी अधिक मात्रा नुकसानदेह हो सकती है। इसलिए संतुलित मात्रा में सेलेनियम होना आवश्यक है। इसके लिए आप अपनी डाइट में नट्स, सालमन, सन फलावर सीड्स और अंडे आदि को शामिल करें।

मैग्नीशियम (Magnesium)

मैग्नीशियम थायरॉइड ग्लैंड के बेहतर फंक्शन के लिए काफी आवश्यक होता है। यह टी4 हार्मोन को टी3 हार्मोन में बदलने में मदद करता है। इसलिए इसकी कमी की वजह से सेल्स तक एक्टिव थायरॉइड हार्मोन नहीं पहुंच पाता और इस कारण से थायरॉइड डिसफंक्शन हो सकता है। इसलिए अपनी डाइट में पालक, डार्क चॉकलेट, टोफू, एवोकाडो आदि को शामिल करें।

जिंक (Zinc)

थायरॉइड हार्मोन रिलीज करने के लिए जिंक का आवश्यक होता है। इसलिए इसकी कमी की वजह से सही मात्रा में थायरॉइड हार्मोन रिलीज नहीं हो पाता है। इसलिए नट्स, ओएस्टर्स, सीड्स, फिश, मीट आदि को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।

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लाइफ स्टाइल

थका-थका रहता है शरीर, ये हो सकता है कारण; जानें उपाय

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नई दिल्ली। गलत लाइफस्टाइल व दिनभर की भागदौड़ से शरीर का पूरी तरह से थकना तो स्वाभाविक है, लेकिन कभी-कभी अगर कुछ ज्यादा काम न भी हुआ तो भी शरीर थका-थका नजर आने लगता है। ऐसे में आपको अपने लाइफस्टाइल पर ध्यान देने की जरूरत है।

हम यहां बताएंगे कि आप किस तरह से थकान दूर कर सकते हैं।

इन कारणों से होती है थकावट

अगर आप 5 से अधिक कप चाय-कॉफी या फिर कोल्‍ड ड्रिंक्‍स का सेवन करते हैं तो आप पूरे दिन थकावट महसूस करेंगे।

अधिकतर लोग खासतौर पर महिलाएं अपनी डाइट में प्रोटीन, विटामिन-डी3, बी12 आदि की मात्रा कम लेते हैं।

शरीर में इस पोषक तत्‍वों की कमी के कारण भी आपको थकावट महसूस हो सकती है।

अगर आप दिनभर में कम चलते-फिरते हैं और एक्‍सरसाइज नहीं करते हैं तो आपको एक ही स्‍थान पर बैठे-बैठे थकावट महसूस हो सकती है।

ब्‍लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव आने से भी थकावट महसूस होती है।

अगर आपकी मांसपेशियां कमजोर हैं तो आपको थकान लग सकती है।

थकावट दूर करने के लिए करे ये उपाय

नियमित रूप से पानी में भीगी हुई 2 काली किशमिश जरूर खाएं। इससे आपका शुगर लेवल नियंत्रित रहेगा।

अपनी डाइट में ग्रीन और रेड जूस को शामिल करें।

संभव हो तो रोज खीरा, पुदीना, नारियल पानी को मिक्‍स करके सुबह सबसे पहले इसका जूस पियें।

रेड जूस में आप सेब, चुकंदर, गाजर आदि का रस पी सकते हैं।

यह आपके शरीर को डिटॉक्‍स करेगा और आपको थकान महसूस नहीं होगी।

चाय और कॉफी के स्‍थान पर फलों का सेवन करें।

ऐसे फल खाएं जिनमें विटामिन-सी की मात्रा अधिक हो इससे आपका एनर्जी लेवल हमेशा हाई रहेगा।

आयरन से भरपूर खाना खाएं। इसके लिए आहार में पालक, कद्दू, सीड्स और मीट को शामिल कर सकते हैं।

आसानी से पचने वाला भोजन करें। इसके लिए फर्मेंटेड, स्‍प्राउटेड, सूर्य की रोशनी में ड्राई किया गया आहार खा सकते हैं।

डाइट में प्रोटीन की उचित मात्रा को जरूर शामिल करें।

डिस्क्लेमर: उपरोक्त लेख सिर्फ सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.

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