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नेशनल

इंटरनेट को भी उद्योगपतियों को बांटना चाहती है सरकार : राहुल

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Rahul

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नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में नेट निरपेक्षता का मुद्दा उठाते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर इंटरनेट का अधिकार ‘कुछ कारपोरेट’ को सौंपने की कोशिश करने का आरोप लगाया। राहुल ने शून्यकाल के दौरान मुद्दे को उठाते हुए कहा कि प्रत्येक युवा के पास नेट का अधिकार होना चाहिए। लेकिन सरकार इसे सिर्फ कुछ कारपोरेट को इसे सौंपने की तैयारी कर रही है।

उन्होंने मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रश्नकाल को स्थगित करने वाला नोटिस भी दिया, जिसे अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने नहीं स्वीकारा। संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने राहुल के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसी भी कारपोरेट के दबाव में नहीं है।

लोकसभा में बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हालांकि ‘टाइम’ पत्रिका में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने वाले लेख का भी जिक्र किया। लोकसभा में शून्यकाल की शुरुआत के साथ ही राहुल ने कहा, “मैं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर था और मैंने टाइम पत्रिका देखी। ओबामाजी ने मोदी की तारीफ में लंबा लेख लिखा है।” उन्होंने कहा कि यह संभवत: 60 साल में पहला मौका है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने किसी की इस तरह तारीफ की है। ओबामा ने पत्रिका में ‘इंडियाज रिफार्मर-इन-चीफ’ शीर्षक से मोदी के बारे में लिखा है। उन्होंने मोदी के जीवन, गरीबी से उठकर भारत के प्रधानमंत्री बनने के उनके सफर के बारे में लिखा, जोकि देश में मौजूद उत्साह और संभावना का सूचक है।

नेशनल

कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा- आप गलती मानते हैं, बोले- सवाल ही उठता, मेरे पास बेगुनाही के सारे सबूत

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नई दिल्ली। महिला पहलवानों से यौन शोषण मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने उन्हें उनके खिलाफ तय किए आरोप पढ़कर सुनाए। इसके बाद कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा कि आप अपने ऊपर लगाए गए आरोप स्वीकार करते हैं? इस पर बृजभूषण ने कहा कि गलती की ही नहीं मानने का सवाल ही नहीं उठता। इस दौरान कुश्ती संघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर ने भी स्वयं को बेकसूर बताया। तोमर ने कहा कि हमनें कभी भी किसी पहलवान को घर पर बुलाकर न तो डांटा है और न ही धमकाया है। सभी आरोप झूठे हैं।

मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपों के कारण उन्हें चुनावी टिकट की कीमत चुकानी पड़ी, इस पर बृजभूषण सिंह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मेरे बेटे को टिकट मिला है।” बता दें कि उत्तर प्रदेश से छह बार सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। पार्टी उनकी बजाय, उनके बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट दिया है, जिसका बृजभूषण तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

बृजभूषण सिंह ने सीसीटीवी रिकाॅर्ड और दस्तावेजों से जुड़े अन्य विवरण मांगने के लिए बृजभूषण सिंह ने आवेदन दायर किया है। उनके वकील ने कहा कि उनके दौरे आधिकारिक थे। मैं विदेश में उसी होटल में कभी नहीं ठहरा जहां खिलाड़ी स्टे करते थे। वहीं दिल्ली कार्यालय की घटनाओं के दौरान भी मैं दिल्ली में नहीं था। बता दें कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि एमपी-एमएलए मामलों में लंबी तारीखें नहीं दी जाएं। हम 10 दिन से अधिक की तारीख नहीं दे सकते।

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