Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

डराने वाली रफ़्तार से बढ़ रहा है कोरोना, एक हफ्ते में 30 लाख से अधिक मामले

Published

on

COVID-19

Loading

नई दिल्ली। दो साल बाद भी दुनिया भर में कोरोना संक्रमण का खौफ जारी है। नए साल 2023 से पहले चीन में संक्रमण के मामलों में तेजी देखने को मिली। वहीं, न्यू ईयर वीक में दुनिया के दूसरे देशों में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ने लगे। जानकारी के अनुसार, पिछले सात दिनों में लगभग 30 लाख से अधिक मामले दुनियाभर के देशों में दर्ज किए गए हैं।

पिछले सात दिनों में तेजी से बढ़े कोरोना के मामले

वर्ल्डमीटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले सात दिनों में दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है। पिछले सात दिनों में कोरोना संक्रमण के 30 लाख (2,950,720) मामले मिले हैं। जबकि लगभग 10 हजार (9,535) लोगों ने कोरोना से जान गवाई है। वहीं, 25 लाख (2,634,439) से अधिक लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हुए हैं।

जापान और कोरिया में बढ़ी कोरोना संक्रमण की रफ्तार

संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले जापान में सामने आए हैं। जापान में पिछले सात दिनों में कोरोना के 10 लाख (1,030,572) केस मिले हैं। जबकि 2,179 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा साउथ कोरिया में भी कोरोना के केसों में वृद्धि देखने को मिली है। यहां पिछले सात दिनों में 4 लाख (454,935) से अधिक केस मिले हैं और 440 लोगों की मौत हुई।

अमेरिका समेत इन देशों का हाल

वर्ल्डमीटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राज्य अमेरिका में डेढ़ लाख (179,145) से अधिक केस मिले हैं और 1,103 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा ताइवान में भी पिछले सात दिनों में डेढ़ लाख (175,730) से अधिक मामले मिले हैं, जबकि यहां 186 लोगों की मौतें हुई हैं। वहीं, ब्राजील में 169,423 केस मिले हैं और 1,015 मौतें हुई है। इसके अलावा हांगकांग में 165,014 केस, जर्मनी में 157,928 केस, फ्रांस में 144,401 केस, इटली में 62,700 और अंर्जेटिना में 62,193 मामले मिले हैं।

भारत में पिछले सात दिनों में मिले इतने केस

बता दें कि पिछले सात दिनों में भारत में कोरोना संक्रमण के 1,550 केस मिले हैं। जबकि यहां 11 लोगों की मौत हुई है। वहीं, रूस में 37,804 केस सामने आए हैं और 372 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा चीन में 37,149 केस पिछले सात दिनों के दौरान मिले हैं। यहां 9 लोगों ने अपनी जान गवाई है।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

Continue Reading

Trending