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अन्तर्राष्ट्रीय

पोप बेनेडिक्ट का वैटिकन सिटी में निधन, 95 वर्ष में ली अंतिम सांस  

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Pope Benedict

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वैटिकन सिटी। पूर्व कैथोलिक पोप बेनेडिक्ट का वैटिकन सिटी में निधन हो गया है। पोप 95 वर्ष के थे और कई दिनों से बीमार चल रहे थे। वेटिकन के प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी ने उनके देहांत की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्व पोप बेनेडिक्ट 16वें का सुबह 9 बजकर 34 मिनट पर वेटिकन के मैटर एक्लेसिया मठ में निधन हो गया।

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पहले पोप जिन्होंने दिया था इस्तीफा

पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट वेटिकन में 16वें पोप रहे हैं और जर्मन धर्मशास्त्री भी रहे हैं। पोप बेनेडिक्ट 600 वर्षों में पहले ऐसे पोप हैं जिन्होंने इस्तीफा दे दिया था। प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी ने एक बयान में कहा, ‘दुख के साथ मैं आपको सूचित करता हूं कि पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट का वेटिकन में मैटर एक्लेसिया मठ में निधन हो गया।’

बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत में, पोप फ्रांसिस ने अपने साप्ताहिक संबोधन के दौरान खुलासा किया कि पूर्व पोप बेनेडिक्ट ‘बहुत बीमार’ थे और लोगों से उनके लिए प्रार्थना करने के लिए कहा।

 25 वर्षों तक रहे पोप

लगभग 25 वर्षों तक कार्डिनल जोसेफ के रूप में बेनेडिक्ट वेटिकन के सैद्धांतिक कार्यालय के शक्तिशाली प्रमुख थे। बेनेडिक्ट को 19 अप्रैल, 2005 को लोकप्रिय पोप जॉन पॉल द्वितीय के स्थान पर पोप चुना गया था, जिन्होंने 27 वर्षों तक शासन किया।

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अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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