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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी ने WHO चीफ का नाम रखा ‘तुलसी भाई’, मॉरीशस के पीएम ने की मोदी की तारीफ

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के गांधीनगर में तीन दिवसीय ग्लोबल आयुष एंड इनोवेशन समिट का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने WHO के डायरेक्टर डॉ. टेड्रोस का गुजराती नामकरण भी कर दिया। प्रधानमंत्री ने मजाकिया लहजे में कहा कि WHO के डायरेक्टर डॉ. टेड्रोस मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं। वह मुझे बता रहे थे कि उन्हें भारत के टीचर ने पढ़ाया है। आज डॉ. टेड्रोस कह रहे थे कि मैं पक्का गुजराती हो गया हूं। मेरा कोई गुजराती नाम रख दो। आज से मैं अपने दोस्त का नाम ‘तुलसी भाई’ रखता हूं।

मॉरीशस के पीएम ने की भारत की तारीफ

भारत की 8 दिवसीय यात्रा पर आए मॉरीशस के पीएम प्रविंद जगन्नाथ ने भारत को दुनिया का फार्मेसी बताया है। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान आयुर्वेदिक दवाएं भेजने के लिए भारत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आगे बताया कि मॉरीशस में आयुष की प्रथा लोकप्रिय है। हमने इस धारणा को अपनाया है कि पारंपरिक दवाएं आधुनिक दवाओं का पूरक हैं।

गांधीनगर में वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मॉरीशस के पीएम जगन्नाथ ने कहा है कि आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में भाग लेना मेरे लिए सौभाग्य और सम्मान की बात है। भारत पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों के लिए पहली बार वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन-ग्लोबल सेंटर की मेजबानी करके पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों से उत्पन्न होने वाली चिकित्सा की अपनी आधिकारिक मान्यता का प्रदर्शन कर रहा है।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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