Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

खेल-कूद

फॉर्मूला-ई का भविष्य उज्‍जवल : चंडोक

Published

on

Loading

बेंगलुरू| भारतीय फॉर्मूला-1 चालक करुण चंडोक का मानना है कि फॉर्मूला-ई रेस आने वाले समय में स्थायी होगा और कहा कि इलेक्ट्रिक कारों की इस रेस का किसी अन्य टूर्नामेंट से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। फॉर्मूला-ई रेस की शुरुआत 13 सितंबर को बीजिंग में हुई पहली चैम्पियनशिप रेस के साथ हो गई। चंडोक फॉर्मूला-ई रेसिंग में महिंद्रा रेसिंग टीम के चालक हैं। चंडोक ने सोमवार को कहा कि यह चैम्पियनशिप मोटर रेसिंग की दुनिया में नए युग की शुरुआत करने वाला है, वहीं नई पीढ़ी को अपने पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने वाला भी है।

चंडोक ने कहा, “फॉर्मूला-ई की राह में दो बाधाए हैं। पहली जहां एक नए उत्पाद को बाजार में लोकप्रिय बनाना है तो दूसरे तकनीकी चुनौती भी है। समय के साथ लेकिन यह चैम्पियनशिप निश्चित ही काफी ऊपर जाएगा।” चंडोक ने कहा, “अभी तो चैम्पियनशिप में सभी कारें एकसमान हैं और टीमों को उनमें सिर्फ मामूली फेरबदल करने की छूट है। लेकिन अगले कुछ वर्षो में टीमों को ज्यादा छूट मिल सकेगी, जो कई चरणों में होगा। मोटर रेसिंग की यह नई चैम्पियनशिप पर्यावरण के प्रति कहीं अधिक संवेदनशील युवा पीढ़ी में रेसिंग की नई संस्कृति विकसित करेगी।”

चंडोक के अलावा महिंद्रा रेसिंग में एक अन्य चालक ब्राजील के ब्रूनो सेन्ना भी हैं। फॉर्मूला-1 से फॉर्मूला-ई में हिस्सा लेने पर चंडोक ने स्वीकार किया कि दोनों चैम्पियनशिप में जमीन-आसमान का अंतर है, लेकिन प्रतिस्पर्धा के लिहाज से दोनों में कोई अंतर नहीं है।

खेल-कूद

NADA ने रेसलर बजरंग पुनिया को अनिश्चित काल के लिए किया निलंबित, ये है वजह

Published

on

Loading

नई दिल्ली। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने पहलवान बजरंग पुनिया को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से बजरंग के पेरिस ओलंपिक में खेलने के सपने पर संकट के बादल छाए हैं। जानकारी के अनुसार बजरंग पुनिया 10 मार्च को सोनीपत में हुए चयन ट्रायल के लिए अपना सैंपल देने में विफल रहे, जिसके बाद नाडा ने उन्हें भविष्य के किसी भी कार्यक्रम में भाग लेने से निलंबित करने का आदेश जारी किया।

भाजपा के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वालों में पुनिया, ओलंपियन साक्षी मलिक और विनेश सहित अन्य शीर्ष पहलवानों की कतार में सबसे आगे थे। निलंबन के बाद टोक्यो ओलंपिक में देश को कांस्य पदक दिलाने वाले पुनिया को इस महीने के अंत में होने वाले चयन ट्रायल में भाग लेने से रोक दिए जाने की संभावना है। 65 किग्रा वर्ग में अभी तक किसी भी भारतीय ने ओलंपिक कोटा नहीं जीता है।

निलंबन पत्र वर्ल्ड यूनाइटेड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) द्वारा मान्यता प्राप्त भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की भंग हो चुकी तदर्थ समिति को भेजा गया था। वहीं, बजरंग ने कुछ महीने पहले एक वीडियो जारी कर डोप कलेक्शन किट के एक्पायर होने का आरोप लगाया था। उन्होंने डोप नियंत्रण अधिकारी के निर्देश की अवहेलना की और दावा किया कि नाडा अधिकारियों ने अभी तक उनकी चिंताओं का समाधान नहीं किया है।

Continue Reading

Trending