Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश के इस्कॉन मंदिर में हुई तोड़-फोड़, हमले में कई भक्त घायल

Published

on

Loading

बांग्लादेश के नोआखली जिले में शुक्रवार को भीड़ ने इस्कॉन मंदिर में कथित रूप से तोड़फोड़ की और उसके भक्तों पर हमला किया। मंदिर को काफी नुकसान हुआ है, जबकि एक श्रद्धालु की हालत नाजुक बनी हुई है। फिलहाल उनका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस्कॉन ने कहा, ‘इस्कॉन मंदिर और भक्तों पर आज नोआखली, बांग्लादेश में भीड़ द्वारा हिंसक हमला किया गया। मंदिर को काफी नुकसान हुआ और एक भक्त की हालत गंभीर बनी हुई है। हम बांग्लादेश सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए कहते हैं। सभी हिंदुओं की सुरक्षा और अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करें।’

इस्कॉन ने कहा’ ‘इस्कॉन सदस्य, पार्थ दास, जिनकी कल 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने बेरहमी से हत्या कर दी थी, उनका शव मंदिर के बगल में एक तालाब में मिला था। हम बांग्लादेश सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं।’ इस्कॉन नेशनल कम्युनिकेशन के निदेशक व्रजेंद्र नंदन दास ने कहा, ‘जिन लोगों ने हमला किया वे आतंकवादी थे, बहुसंख्यक समुदाय के गुंडे थे। हमारे 3 भक्त मारे गए थे। बांग्लादेश सरकार को भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।’ इस सप्ताह बांग्लादेश में अल्पसंख्यक धार्मिक स्थलों पर हमलों की एक श्रृंखला के बाद बर्बरता हुई। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, हाल के हमलों में दुर्गा पूजा पंडालों और मूर्तियों को निशाना बनाया गया था।

बांग्लादेश में स्थानीय मीडिया की माने तो केवल नोआखली जिले के बेगमगंज उपजिला में हुए हमले में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और 18 अन्य घायल हो गए। नोआखली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सर्कल बेगमगंज) मोहम्मद शाह इमरान ने बताया कि मृतक की पहचान 42 वर्षीय जतन कुमार साहा के रूप में हुई है। उन्होंने कहा, ‘हमले में बेगमगंज थाने के प्रभारी अधिकारी कमरुज्जमां सिकदर सहित कुल 17 लोग घायल हो गए।’

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending