जुर्म
बांदीपोरा के गुलशन चौक में आतंकी हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद
आतंकवादियों ने बांदीपोरा के गुलशन चौक में बीते दिन आतंकियों ने हमला कर दिया। अपने ही लोगों की हिफाजत कर रहे मोहम्मद सुल्तान जो सोपोर के रहने वाले है, जम्मू-कश्मीर पुलिस में ड्राइवर के पद पर थे और जम्मू कश्मीर पुलिस में कांस्टेबल फय्याज अहमद जो कुपवाड़ा के रहने वाले थे, पर देश की हिफाजत करते हुए हमला कर मार दिया।
बेखौफ आतंकियों ने पुलिसकर्मियों पर किया हमला
बेखौफ आतंकियों ने एक बार फिर पुलिसकर्मियों पर हमला किया। हमला बांदीपोरा में उस वक्त हुआ जब पुलिसकर्मी गश्त लगा रहे थे। हमले के बाद क्षेत्र में हाई अलर्ट कर दिया गया है। आतंकवादियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
क्षेत्र में हाई अलर्ट
गुलशन चौक पर एक पुलिस पार्टी हमेशा ही तैनात रहती है। शाम को घात लगाए आतंकवादियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में दो पुलिसवाले गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन में उनको नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन डॉक्टर उनको बचा न सके।
उत्तर प्रदेश
मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट
कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।
इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।
मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।
संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।
संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को
अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।
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