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जून के महीने में भी कंबल ओढ़ने को मजबूर हैं ये लोग, जानिए वजह

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नई दिल्ली। जून के महीने में लगभग आधा देश भठ्ठी की तरह हो गया है। देश के कई शहरों में तापमान 45 के पार पहुंच गया है तो कई शहरों ने तापमान के मामले में हाफ सेंचुरी लगा दी है।

इस भीषण गर्मी के बीच आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताएंगे जहां के लोग ठंड की वजह से अभी भी कंबल या रजाई का इस्तेमाल कर रहे हैं।

लेह (जम्मू कश्मीर)-

जम्मू कश्मीर के लेह में तापमान जून में काफी कम है जिसकी वजह से यहां लोग कंबल का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेह का उच्च तापमान 7 डिग्री सेल्सियस होता है, जबकि निम्न तापमान माइनस एक डिग्री तक पहुंच जाता है।

द्रास (जम्मु कश्मीर)-

ये जगह भी जम्मू कश्मीर में ही है। यहां का तापमान तो लेह से भी कम है। यहां का उच्च तापमान 3 डिग्री रहता है, जबकि निम्न तापमान माइनस 4 डिग्री तक पहुंच रहा है।

समडोंग (सिक्किम)-

सिक्किम के समडोंग में उच्च तापमान तो करीब 17 डिग्री रहता है, लेकिन निम्न तापमान करीब 7 से 8 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। ऐसे में यहां लोगों को गर्म कपड़े पहनने पड़ते हैं।

हेमकुंट (उत्तराखंड)

उत्तराखंड के हेमकुंट का मौजूदा अधिकतम तापमान 17 डिग्री है, जबकि न्यूनतम तापमान 6 से 8 डिग्री सेल्सियस है।

तवांग (अरुणाचल प्रदेश)-

दक्षिण और उत्तर भारत के राज्यों में लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। वहीं पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में ठंडी हवाएं चल रही हैं। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भी आलम कुछ ऐसा ही है। यहां लोग रात और सुबह के वक्त गर्म कपड़े पहनने की मजबूर हो गए हैं। तवांग में अधिकतम तापमान 10 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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