Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

जापान में निवेश के लिए चीनी पर्यटन कंपनियां आमंत्रित

Published

on

जापान , चीनी पर्यटन कंपनियां, चीन, जेईटीआरओ, शंघाई, जापानी अर्थव्यवस्था

Loading

टोक्यो| जापान में चीन के पर्यटकों की संख्या में इजाफे को देखते हुए जापानी अधिकारी चीन की पर्यटन कंपनियों को जापान में निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। एनएचके वर्ल्ड की मंगलवार की रपट के मुताबिक, जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (जेईटीआरओ) ने शंघाई में एक सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें जेईटीआरओ के अधिकारियों ने कहा कि जापान में चीन के पर्यटकों की संख्या में वृद्धि निवेश का एक बेहतरीन अवसर प्रस्तुत करता है। अधिकारियों ने जापान में निवेश की प्रक्रिया भी समझाई। रपट के मुताबिक, जेईटीआरओ के शंघाई कार्यालय के प्रमख शिंतारो माइन ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने पर दूसरे क्षेत्रों में भी फायदा मिलता है। उन्होंने कहा कि चीन की कंपनियों के निवेश से जापानी अर्थव्यवस्था को बहुत फायदा होगा। सम्मेलन में चीन की कंपनियों ने भी कहा कि उनके लिए जापान में निवेश का यह एक बहुत बड़ा अवसर है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

Continue Reading

Trending