Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

जब अटल हुए थे फ़ेक न्यूज़ का शिकार, खुद किया था अपनी प्रशंसा का खंडन

Published

on

अटल बिहारी वाजपेयी

Loading

नई दिल्ली। पूरा देश इस समय शोक की लहर में डूबा है। दिल्ली के AIIMS अस्पताल में गुरूवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लंबे संघर्ष के बाद निधन हो गया। ‘आज की खबर’ अटल जी को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हैं। हर ओर अटल जी से जुड़े राजनीतिक किस्सों की चर्चा है ऐसे में एक किस्सा वो भी है जब अटल फेक न्यूज़ का शिकार हो गए थे और उन्होंने खुद चारों ओर से मिल रही प्रशंसा का खंडन करते हुए सत्य को उजागर किया था।

इस प्रसंग में अटल जी ने अपने एक आत्मकथ्य में लिखा है कि, “मैं भी उन लोगों में शामिल था जिन्होंने इंदिरा जी के बांग्लादेश के मामले में सफल नेतृत्व के लिए उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की थी किंतु यह धारणा गलत है कि मैंने किसी वक्त उन्हें ‘दुर्गा’ कहा था। मैंने उनकी तारीफ़ ज़रूर की थी पर उन्हें ‘दुर्गा’ नहीं कहा था। इस तथ्य को मैं कई बार स्पष्ट कर चुका हूँ किंतु प्रचलित धारणा इतनी बद्धमूल है कि अभी भी लोग इस बात के लिए मेरी प्रशंसा करते हैं कि मैने संकट काल में सारे राजनीतिक मतभेदों को ताक पर रखकर सरकार को पूर्ण सहयोग दिया था और इंदिरा जी को ‘दुर्गा’ के रूप मे वर्णित किया था। जब श्रीमती पुपुल जयकर इंदिरा जी की जीवनी लिख रही थी तो वह उसमें इस बात का उल्लेख करना चाहती थीं किंतु मेरे मना करने पर उन्होंने उल्लेख तो नहीं किया पर इस बात की गहरी छानबीन ज़रूर की थी कि मैंने इंदिरा जी को ‘दुर्गा’ कहा था या नहीं। संसद की कार्यवाई और उस समय के समाचार पत्रों को देखने के पश्चात् उन्हें यह विश्वास हो गया कि था कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा था। प्रश्न यह है कि यह समाचार फिर फैला कैसे? मुझे लगता है कि उस समय किसी और नेता ने इंदिरा जी को ‘दुर्गा’ के रूप मे वर्णित किया था और कुछ पत्रों ने उनके कथन को मेरे नाम से छाप दिया। इंदिरा जी के साथ संसद में मेरी नोंक-झोंक होती रहती थी किंतु राजनीतिक मतभेदों को उन्होंने कभी व्यक्तिगत संबंधों में बाधक नहीं बनने दिया।”

अपनी व्यक्तिगत प्रशंसा का खंडन कर सत्य के साथ खड़े होने की प्रतिभा सिर्फ स्वर्गीय अटल जी में ही थे। आज अटल जी हमारे बीच नहीं हैं। हम अटल जी के निधन पर उन्हें पुनः अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। सदियां बीत जाएंगी लेकिन अटल जी जैसा जननेता शायद ही कभी पैदा होगा।

नेशनल

स्मृति ईरानी ने अमेठी से किया नामांकन, एमपी के सीएम मोहन यादव भी रहे मौजूद

Published

on

Loading

अमेठी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज अमेठी से अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर उनके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव मौजूद रहे। सत्तारूढ़ी बीजेपी की ओर से स्मृति ईरानी को अमेठी का टिकट दिया गया है। उन्होंने 2019 में भी इस सीट से राहुल गांधी को मात दी थी।

नामांकन से पहले स्मृति ईरानी ने रोड शो किया जो करीब दो किमी लंबा था। यह भाजपा कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक गया। कलेक्ट्रेट के बाहर ढोल नगाड़ों के साथ नाच गाना भी हुआ। भारी संख्या में कार्यकर्ता वहां मौजूद रहे।नामांकन से पहले उन्होंने अपने अमेठी स्थित आवास पर पूजा-पाठ किया।

इससे पहले रविवार को दिन में वह अयोध्या गई थीं और उन्होंने रामलला के दर्शन किए थे। भगवान राम की पूजा-अर्चना करने के बाद ईरानी ने कहा, ‘आज मैं खुद को सौभाग्यशाली मानती हूं कि मेरा जन्म ऐसे युग में हुआ, जिसमें हमारे रामलला को एक भव्य समारोह के माध्यम से एक तंबू से भव्य मंदिर में स्थापित किया गया। ‘मैंने राष्ट्र की प्रगति, प्रधान सेवक (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) के अच्छे स्वास्थ्य और भारत के गौरव के लिए रामलला के चरणों में आशीर्वाद मांगा। साथ ही भगवान हनुमान से आशीर्वाद मांगा कि मेरा सेवा भाव उनके जैसा ही हो।

बता दें कि हाईप्रोफाइल अमेठी संसदीय क्षेत्र से भाजपा की ओर से लगातार तीसरी बार ईरानी उम्मीदवार बनाई गई हैं। इस संसदीय सीट तीन जिलों के पांच विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर बनाई गई है। इसमें जिले की चार विधानसभा क्षेत्रों के साथ ही रायबरेली जिले का सलोन विधान सभा क्षेत्र व जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र में सुल्तानपुर के बल्दीराय तहसील के 24 ग्राम पंचायतों के 62 बूथ शामिल हैं।

Continue Reading

Trending