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बिजनेस

मौजूदा वित्त वर्ष में सर्वाधिक विनिवेश : जेटली

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नई दिल्ली, अरुण जेटली, केंद्रीय वित्त मंत्री, विदेशी मंत्रालय, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, कोल इंडिया

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नई दिल्ली| केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि सरकार भले ही मौजूदा कारोबारी साल में विनिवेश का लक्ष्य पूरी तरह से हासिल नहीं कर पाई, लेकिन इस कारोबारी वर्ष में विनिवेश से अब तक की सर्वाधिक आय हुई है। जेटली ने यहां विदेशी मंत्रालय के सहयोग से आयोजित ग्रोथ नेट 2015 सम्मेलन में कहा, “भले ही मौजूदा कारोबारी साल में हम विनिवेश का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाए, लेकिन किसी भी वर्ष की तुलना में इस वर्ष सर्वाधिक विनिवेश हुआ है और इसलिए हम इसे अगले वर्ष और बढ़ाना चाहते हैं।” मौजूदा कारोबारी साल में विनिवेश से 31,350 करोड़ रुपये हासिल होने का अनुमान है। सरकार ने स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड और कोल इंडिया के विनिवेश से ही 24,500 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं।

2015-16 के लिए बजट में सरकार ने सरकारी कंपनियों के विनिवेश से 69,500 करोड़ रुपये जुटाने का अनुमान रखा है। इसके अंतर्गत अल्पमत हिस्सेदारी के विनिवेश से 41 हजार करोड़ रुपये की आय और नुकसान तथा लाभ में चल रही सरकारी कंपनियों की रणनीतिक बिक्री से 28,500 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है। रणनीतिक बिक्री को स्पष्ट करने के लिए कहने पर मंत्री ने बताया कि इसका मतलब है प्रबंधन नियंत्रण का हस्तांतरण। उन्होंने और स्पष्ट करते हुए पूछा, “घाटे में चल रही कंपनी, जिसे उबारा नहीं जा सकता, क्या उसके बारे में कहा जा सकता है कि मैं विनिवेश करना चाहता हूं, लेकिन नियंत्रण अपने पास रखना चाहता हूं और करदाताओं का पैसा उसमें झोंका जाएगा?”

 

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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