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पैन कार्ड से जुड़ी यह जरूरी ख़बर जरूर जान लें आप, नहीं तो पैन कार्ड हो जाएगा रद्दी और नहीं कर पाएंगे लेनदेन

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अगर आप वित्तीय लेनदेन से संबंधित कुछ भी कार्य करते हैं तू उसके लिए पैन कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। भारत में अब बिना पैन के कोई भी ट्रांजैक्शन काफी कठिन कार्य हो गया है। कोई भी बड़े वित्तीय लेनदेन मैं पैन कार्ड आवश्यक है। बिना पैन कार्ड के आप कोई भी बड़े वित्तीय लेन-देन अब नहीं कर सकते। पैन की उपयोगिता आप इसी बात से समझ सकते हैं कि चाहे आपको आयकर रिटर्न भरनी है, बिजनेस करना है या फिर बैंक में अकाउंट खुलवाना हो, आपको पास पैन कार्ड होना चाहिए।

साभार – इण्टरनेट

पैन कार्ड एक ऐसा दस्तावेज है जो आपके फाइनेंशियल स्टेटस को भी दिखाता है। लेकिन, आपकी लापरवाही की वजह से पैन कार्ड ‘रद्दी’ हो सकता है। जी हां, अगर 30 जून तक आपने एक जरूरी काम नहीं निपटाया तो आपका पैन कार्ड ‘रद्दी’ हो जाएगा। सरकार की तरफ से दिया गया ये आखिरी मौका है जब आप अपने पैन कार्ड को बचा सकते हैं।

साभार – इण्टरनेट

अगर आपने अभी तक अपने पैन कार्ड को आधार से लिंक नहीं किया है तो आपको कई टेंशन झेलनी पड़ सकती है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स ने पैन को आधार के लिंक करने की समयसीमा बढ़ाकर 30 जून कर दिया। सीबीडीटी आधार से पैन को लिंक करने की तारीख चार बार बढ़ा चुका है। ऑनलाइन रिटर्न दाखिल करने के लिए आपको पहले अपने आधार कार्ड को पैन से जोड़ना होगा। सरकार ने पैन के साथ आधार को जोड़ना अनिवार्य बना दिया है।

साभार – इण्टरनेट

अगर आपने अभी तक पैन और आधार को लिंक नहीं कराया है तो आपको भविष्य में बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। सरकार पहले ही 11.44 लाख पैन कार्ड या तो बंद कर चुकी है या फिर उन्हें निष्क्रिय कैटेगरी में डाल दिया है। 30 जून की समय सीमा बीतने के बाद आधार-पैन लिंक नहीं होने पर आपके साथ भी ऐसा हो सकता है। सरकार ऐसा करने के लिए पहले ही आगाह कर चुकी है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, ऐसा मुमकिन है कि सरकार अब इसे लिंक कराने की अंतिम तारीख को आगे न बढ़ाए। इसलिए समय रहते पैन-आधार को लिंक कर लें।

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रायबरेली में होगी अमेठी से भी बड़ी हार, बीजेपी का राहुल गांधी पर निशाना

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लखनऊ। कांग्रेस ने रायबरेली और अमेठी से उम्‍मीदवार कौन होगा? इसपर सस्‍पेंस खत्‍म कर दिया है। पार्टी ने शुक्रवार को नामांकन के आखि‍री द‍िन नई ल‍िस्‍ट जारी कर इन दोनों सीटों पर प्रत्‍याशि‍यों के नाम का एलान कर द‍िया है। कांग्रेस ने अमेठी से केएल शर्मा को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस की पारंपरिक सीट रायबरेली से खुद राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे। इसके बाद भाजपा ने राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने पर निशाना साधा है।

उपमुख्मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘राहुल गांधी और गांधी परिवार में अमेठी-रायबरेली से चुनाव लड़ने का साहस नहीं हो रहा है, लेकिन किसी ने उन्हें (राहुल गांधी) समझाया होगा कि पिछली बार सोनिया गांधी इतने मतों से जीत गई थीं इसलिए आप अमेठी न जाकर रायबरेली चलिए। रायबरेली में राहुल गांधी की अमेठी से भी बड़ी पराजय होने जा रही है। हम ये दोनों सीटें तो बहुत बड़ें नंबर से जीतेंगे ही साथ ही उत्तर प्रदेश की 80 की 80 सीटें भी जीतेंगे’

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी पहले अमेठी छोड़कर वायनाड भाग गए थे, अब वायनाड छोड़कर रायबरेली आ गए हैं, रायबरेली के लोग उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेंगे। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी को लेकर जिस तरह का माहौल बना है, वही कारण है कि कांग्रेस पहले तो तय नहीं कर पा रही थी कि क्या करना चाहिए। पिछली बार राहुल गांधी अमेठी से हार कर केरल की तरफ भागे थे। अब वायनाड से हार की आशंका देखते हुए रायबरेली आ गए। उत्तर प्रदेश का माहौल मोदीमय हो चुका है। हम पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ने जा रहे हैं… रायबरेली की जनता भी उनका(राहुल गांधी) इंतजार कर रही है कि कांग्रेस ने पीएम मोदी के बारे में जो भी हल्की बातें कही हैं उसका हिसाब उन्हें देना पड़ेगा।’

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