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हेल्थ

लेट डिनर लिया तो भुगतेगा दिमाग

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वाशिंगटन। कई लोग रात में देर से भोजन करने के आदी होते हैं। ऐसे लोग सावधान हो जाएं, क्योंकि इसका मस्तिष्क पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। यह खुलासा नए शोध में हुआ है। देर रात खासकर तब, जब आपका शरीर सोने की जरूरत महसूस कर रहा होता है, तब भोजन करना न केवल आपके सीखने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, बल्कि इससे आपकी स्मरण शक्ति भी बुरी तरह प्रभावित हो सकती है।

निष्कर्ष में केवल देर रात में भोजन करने वालों के लिए ही चिंता नहीं जताई गई है, बल्कि रात की शिफ्ट में काम करने वाले भी कुछ इसी तरह के खतरे से जूझते हैं। लॉस एंजेलिस के कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय में साइकियाट्री व बायो विहेवियरल साइंसेज के प्रोफेसर क्रिस्टोफर कोलवेल के अनुसार, “हम इस गलतफहमी में जीते हैं कि काम तथा खाना दोनों किसी भी समय पर कर सकते हैं।” यह बात भी सामने आई है कि क्षमता से अधिक समय तक काम करने की आधुनिक जीवनशैली का स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता।

सरकाडियन रिद्म (शरीर के अंदर मौजूद जैविक घड़ी) 24 घंटे के चक्र का पालन करती है और हॉर्मोन तथा स्वभाव सहित शरीर की सभी गतिविधियों को नियंत्रित करती है। कोलवेल के मुताबिक, इस चक्र में किसी भी तरह की छेड़छाड़ न सिर्फ प्रतिरक्षा प्रणाली पर बुरा असर करती है, बल्कि इससे टाइप 2 मधुमेह का भी खतरा रहता है।

योग एवं आयुर्वेद

ये वर्कआउट्स डिप्रेशन से लड़ने में हैं मददगार, मूड को रखते हैं हैप्पी  

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नई दिल्ली। भागमभाग वाली जीवनशैली, काम का बोझ, खानपान व अन्य तनावों के चलते आजकल लोग डिप्रेशन में आ जाते हैं, जिसके चलते कभी-कभी हादसे भी हो जाते हैं। डिप्रेशन से लड़ने में कई वर्कआउट्स काफी मददगार साबित हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं, डिप्रेशन में किस तरह के वर्कआउट्स फायदेमंद हैं-

  1. रनिंग

रनिंग करने से बॉडी में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हॉर्मोन्स का सिक्रिशन होता है और कोर्टिसोल का लेवल घटता है जो स्ट्रेस बढ़ाने वाला हॉर्मोन होता है। तनाव की स्थिति में ये हॉर्मोन ज्यादा बनने लगता है, तो रनिंग इसे कम करने में प्रभावी है। रनिंग से मसल्स बनने के साथ ही हार्ट व ब्रेन भी हेल्दी रहता है।

  1. वेट लिफ्टिंग

वेट लिफ्टिंग के जरिए भी हल्के-फुल्के तनाव और अवसाद के लक्षणों से निपटा जा सकता है। वेट ट्रेनिंग के दौरान पूरा फोकस हाथों और शरीर पर होता है बाकी दूसरी चीज़ों पर ध्यान ही नहीं जाता। वेट लिफ्टिंग से मसल्स टोन्ड और स्ट्रॉन्ग होती है। ओवरऑल बॉडी फिट नजर आती है।

  1. योगा

बिना दौड़भाग के की जाने वाली बहुत ही बेहतरीन फिजिकल एक्टिविटी है योगा। तरह-तरह के शारीरिक मुद्राएं, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन शरीर के साथ आपके दिमाग पर भी काम करती हैं। तनाव दूर करने के लिए मेडिटेशन का सुझाव एक्सपर्ट्स भी देते हैं। योग के महज 1/2 घंटे के अभ्यास से ही आपको अच्छा फील होगा।

  1. धूप का सेवन

धूप का सेवन तनाव, चिंता और अवसाद को दूर रखने में मददगार होता है। धूप से बॉडी में सेरोटोनिन का प्रोडक्शन होता है जो मूड को हैप्पी रखता है।

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डिस्क्लेमर: उक्त लेख सिर्फ सूचना मात्र हैं। अपनाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

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