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मुंबई को हराकर पुणे पहली बार फाइनल में

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मुंबई। मनोज तिवारी (58), अंजिक्य रहाणे (56) और महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 40) की संघर्षपूर्ण पारियों के बाद गेंदबाजों के संयुक्त प्रदर्शन के दम पर राइजिंग पुणे सुपरजाएंट ने मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण के पहले क्वालीफायर में मुंबई इंडियंस को 20 रनों से मात देकर पहली बार फाइनल में प्रवेश किया।

वानखेड़े स्टेडियम में खेल गए मैच में पुणे ने मुंबई के सामने जीत के लिए 163 रनों का लक्ष्य रखा था। मुंबई पूरे ओवर खेलने के बाद नौ विकेट खोकर 142 रन ही बना सकी।

हालांकि इस हार के बाद भी मुंबई के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें जिंदा हैं। इस मैच के बाद वह दूसरे क्वालीफायर में एलिमिनेटर मैच की विजेता टीम से भिड़ेगी। ऐलिमिनेटर मैच में मौजूदा विजेता सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइट राइडर्स की टीमें बुधवार को आमने-सामने होंगी। जो टीम दूसरा क्वालीफायर जीतेगा वह फाइनल में पुणे से भिड़ेगा।

मुंबई की तरफ से पार्थिव पटेल अकेले संघर्ष करते रहे लेकिन, उन्हें दूसरे छोर से जमने वाला साथी नहीं मिला। उन्होंने 40 गेंदों में तीन छक्के और इतने ही चौके मारते हुए 52 रनों की जुझारू पारी खेली, लेकिन पटेल के आउट होने के बाद ही मुंबई की जीत की उम्मीदें लगभग खत्म हो गई थीं।

पटेल ने पहले विकेट के लिए लेंडल सिमंस (5) के साथ 4.3 ओवरों में 35 रन जोड़े। सिमंस रन लेने की जल्दबाजी में रन आउट हो गए।कप्तान रोहित शर्मा (1) ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर की गेंद पर 41 के कुल स्कोर पर पगबाधा हुए। सुंदर ने अंबाती रायडू को खाता भी नहीं खोलने दिया और शॉर्ट मिडविकेट पर कप्तान स्टीवन स्मिथ के हाथों कैच कराया।

सुंदर और स्मिथ की जोड़ी ने केरन पोलार्ड (7) को भी पवेलियन भेज पुणे को बड़ी सफलता दिलाई। रायडू और पोलार्ड के कैच काफी नीचे थे लेकिन, स्मिथ ने मौकों के हाथ से जाने नहीं दिया। हार्दिक पांड्या की 10 गेंदों में एक छक्के और एक चौके से बनाए गए 14 रनों की पारी का अंत फग्र्युसन ने किया।

पार्थिव एक छोर से लगातार रन बना रहे थे। 15वें ओवर की पहली गेंद पर उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इसी ओवर की तीसरी गेंद पर क्रुणाल पांड्या (15) के जाने से वह एक बार फिर अकेले हो गए। क्रुणाल 101 के कुल स्कोर पर शार्दुल ठाकुर की गेंद पर डेनियल क्रिस्टियन को लोंग ऑफ पर कैच दे बैठे।

इसी ओवर की आखिरी गेंद पर ठाकुर ने पटेल को क्रिस्टियन के हाथों ही कैच करा मुंबई की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया। पटेल जब आउट हुए तब मुंबई को 30 गेंदों में 60 रनों की दरकार थी।

कर्ण शर्मा (4), मिशेल मैक्लेघन (12), जसप्रीत बुमराह (नाबाद 16) और लसिथ मलिंगा (नाबाद 7) टीम को जीत नहीं दिला सके। पुणे की तरफ से सुंदर और ठाकुर ने तीन-तीन विकेट लिए। फग्र्युसन और जयदेव उनादकट को एक-एक सफलता मिली। एक बल्लेबाज रन आउट हुआ।

इससे पहले, अंत के दो ओवरों में तिवारी और धौनी द्वारा जोड़े गए 41 रनों की बदौलत पहली बार प्लेऑफ में पहुंची पुणे ने निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 162 रन बनाए।

पुणे का इस स्कोर तक पहुंचना मुमकिन नहीं लग रहा था, लेकिन 19वां ओवर लेकर आए मैक्लेघन पर तिवारी ने पहली दो गेंदों पर 10 रन बटोरे और इसके बाद धौनी ने दो शानदार छक्कों के साथ उन्हें विदा किया। इस ओवर में दो वाइड और एक नो बाल सहित कुल 26 रन आए।

धौनी ने इसके बाद डेथ ओवरों के विशेषज्ञ जसप्रीत बुमराह को निशाना बनाया और आखिरी ओवर में दो छक्कों सहित 16 रन बटोरे। इस ओवर की आखिरी गेंद पर तिवारी रन आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में 48 गेंदें खेलीं और दो छक्कों के अलावा चारा चौके जड़े।

धौनी ने 18वें ओवर की समाप्ति तक 17 गेंदों में 14 रन बनाए थे लेकिन, पारी का अंत उन्होंने 26 गेंदों में 40 रन बनाकर नाबाद रहते हुए किया। उनकी पारी में पांच छक्के शामिल हैं।

बल्लेबाजी का आमंत्रण मिलने पर पहली पारी खेलने उतरी पुणे ने नौ के कुल स्कोर पर ही अपने दो महत्वपूर्ण विकेट खो दिए थे। राहुल त्रिपाठी बिना खाता खोले और कप्तान स्मिथ नौ के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट गए थे। यहां से रहाणे और तिवारी ने तीसरे विकेट के लिए 10.5 ओवरों में 7.38 की औसत से 80 रन जोड़ते हुए टीम को संभाला।

रहाणे की पारी का अंत कर्ण शर्मा ने 89 के कुल स्कोर पर किया। उन्होंने 43 गेंदों में पांच चौके और एक छक्के की मदद से अर्धशतकीय पारी खेली। इसके बाद तिवारी ने धौनी के साथ चौथे विकेट के लिए 73 रनों की साझेदारी कर पुणे को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।

नेशनल

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उस याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा, जिसमें केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करेगी।

दिल्ली में शराब नीति घोटाले से उपजे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताया है। केजरीवाल पहले ही सुप्रीम कोर्ट में कह चुके हैं कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हर लोकतंत्र में जरूरी हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय उनकी गिरफ्तारी लोकतंत्र पर हमला है।

केजरीवाल ने ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कहा कि जिस तरह से उन्हें गिरफ्तार किया गया और जिस समय लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें गिरफ्तार किया गया, जब आचार संहिता लागू हो चुकी थी। इससे साफ है कि एजेंसी बिना किसी कारण के जानबूझकर उन्हें परेशान कर रही हैं। चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से ही उनकी गिरफ्तारी हुई है।

तिहाड़ जेल जाने के बाद केजरीवाल अपने स्वास्थ्य को लेकर भी जेल प्रशासन और सरकार पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। उनका दावा है कि केंद्र सरकार के इशारे पर जेल प्रशासन उन्हें इंसुलिन नहीं दे रहा है, जबकि वह लंबे समय से शुगर के मरीज हैं।

 

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