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अन्तर्राष्ट्रीय

पृथ्वी के अतिरिक्‍त 2 अन्य ग्रहों पर जीवन की संभावनाः नासा

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वाशिंगटन| अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के केपलर स्पेस टेलेस्कोप ने एक महत्वपूर्ण खोज में पृथ्वी से मिलते-जुलते आकार वाले तीन और ग्रहों की खोज की है। ये ग्रह अंतरिक्ष में सूर्य जैसे दूसरे सितारों के पास ‘गोल्डीलॉक्स जोन’ या जीवन के अनुकूल क्षेत्रों में पाए गए हैं। तीन में से दो तो पृथ्वी की ही तरह चट्टानों से निर्मित हैं। नासा ने एक एक बयान में कहा कि केपलर द्वारा ढूंढ़े गए 1,000 से ज्यादा ग्रहों में से आठ पृथ्वी से आकार में छोटे हैं, ठंडे हैं और हमारे सूर्य से भी आकार में छोटे हैं। केपलर-438बी और केपलर-442बी नाम के दो ग्रह पृथ्वी के व्यास से डेढ़ गुणा छोटे हैं।

वाशिंगटन डीसी स्थित नासा के मुख्यालय में साइंस मिशन निदेशालय के सहायक प्रशासक जॉन ग्रन्सफेल्ड ने बताया, “खोज में पाए गए नए ग्रहों में से तीन उनके अपने सूर्य के जीवन अनुकूल दूरी पर स्थित पाए गए हैं, जहां ग्रहों की सतह पर जल द्रव्य अवस्था में मौजूद रहने की संभावना है।” केपलर-438बी अपने तारे से 475 प्रकाश वर्ष दूर है और लगभग 35 दिनों में एक चक्कर पूरा करता है, जबकि केपलर-442 की दूरी 1,100 प्रकाश वर्ष है और यह 112 दिनों में तारे का एक चक्कर पूरा करता है। ये दोनों ही ग्रह हमारे सूर्य की तुलना में ठंडे हैं और अपने तारे के पास इनका वातावरण जीवन के अनुकूल है।

कैलिफोर्निया के मोफेट फील्ड स्थित नासा के एमीज रिसर्च सेंटर में एसईटीआई इंस्टीट्यूट केपलर के वैज्ञानिक डौग काल्डवेल ने कहा, “संभावित रूप से चट्टानों से निर्मित इन छोटी दुनिया के बारे में हर नई खोज के साथ हमारी इस अवधारणा को और भी मजबूती मिलेगी कि अंतरिक्ष में पृथ्वी की तरह और भी ग्रह मौजूद हैं।” यह शोधपत्र ‘द ऑस्ट्रोफिजिकल जर्नल’ में प्रकाशित होने के लिए स्वीकृत है।

अन्तर्राष्ट्रीय

इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक पीएम मोदी ने जताया शोक, कहा- दुःख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक जताया है। इब्राहिम रईसी की रविवार को को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रायसी के निधन से मुझे गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।

बता दें कि अजरबैजान के घने और पहाड़ी इलाके में रविवार को राष्ट्रपति का विमान क्रैश हो गया था। इसके बाद ईरान की सेना ने हेलीकॉप्टर की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसमें विमान का मलबा मिल गया। हालांकि, दुर्घटनास्थल पर जीवन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद राष्ट्रपति रईसी के जीवित होने की उम्मीदें न के बराबर हैं।

बता दें कि अजरबैजान के जंगल में खराब मौसम की वजह से इब्राहिम रईसी के विमान की आपात लैंडिंग कराई गई थी, जिससे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद ईरान की जांच एजेंसियों को विमान का मलबा मिला। इसके बाद ईरानी मीडिया ने हेलीकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि की। ईरानी रेड क्रिसेंट प्रमुख ने बताया कि बचाव टीमें दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। इस हादसे में विमान का पूरा केबिन जलकर राख हो गया, जिसमें किसी के जिंदा होने के निशान नहीं मिले हैं। इस बीच ईरानी न्यूज एजेंसी ने बताया कि हादसे में किसी के बचने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि राष्ट्रपति का चॉपर पूरी तरह से तबाह हो गया।

ईरान के प्रेस टीवी के अनुसार, रेस्क्यू दल ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया है। दुर्घटनास्थल पर किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पूर्वी अजरबैजान के दौरे गए थे। वे अपने विमान से राजधानी तेहरान लौट रहे थे, तभी उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा से सटे जुल्फा शहर के पास हादसा हो गया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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