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अन्तर्राष्ट्रीय

फ्रांस हमला: एक हमलावर ने किया सरेंडर

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पेरिस| फ्रांस में शार्ली ऐबदो पत्रिका के कार्यालय पर हमला करने वाले तीन संदिग्धों में से सबसे युवा हमयद मुराद ने सरेंडर कर दिया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पुलिस ने बताया कि 18 वर्षीय मुराद ने संभवत: दो अन्य को भगा दिया होगा। उसने सोशल मीडिया पर अपना नाम देखने के बाद स्थानीय समयानुसार रात के 11 बजे आत्मसमर्पण कर दिया।
एक अन्य सूत्र ने भी उसकी गिरफ्तारी और हिरासत में भेजे जाने की पुष्टि की है। उल्लेखनीय है कि हुड वाले कपड़े पहने कुछ बंदूकधारी 7 जनवरी को पत्रिका के कार्यालय में जबरन घुस आए थे और उन्होंने 12 लोगों की हत्या कर दी थी। हमले में मारे गए लोगों में पत्रिका के संपादक सहित आठ पत्रकार और दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इसके बाद हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए थे। बाद में तीनों हमलावरों की पहचान हो गई थी और पुलिस ने उनके नाम जारी किए थे, जिनके नाम मुराद और दो भाई सैद कोआची(32) और चीरफ कोआची(34) हैं।
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि चीरफ कोआची को 2008 में कुछ जिहादियों को इराक भेजने वाले आतंकवादी संगठन से संबंध रखने के आरोप में तीन साल की कैद हुई थी।
बीबीसी के अनुसार, राजधानी के बाहर और पूर्वी शहर रेम्स में पुलिस अभियान चलाया जा रहा है। हालांकि, अधिकारियों ने कोई भी सूचना देने से इंकार किया है। देशभर में इस हमले के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं, जो कि कई दशकों में फ्रांस में हुआ सबसे घातक हमला था। हमले को लेकर राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद ने गुरुवार को राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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