Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

साक्षी महाराज के खिलाफ ‘चार बीवी और 40 बच्चों’ वाले बयान पर केस दर्ज

Published

on

Loading

sakshi maharajमेरठ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तिथियां घोषित होते ही केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सांप्रदायिक कार्ड खेलना शुरू कर दिया है। उन्नाव से भाजपा सांसद आचार्य महामंडलेश्वर सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज ने कहा है कि चार बीवी और 40 बच्चे हमारे देश को मंजूर नहीं हैं। सांसद महाराज के दिल में मुस्लिम महिलाओं के प्रति भी दर्द उमड़ आया। उन्होंने कहा, “तलाक के नाम पर मुस्लिम महिलाओं का उत्पीडऩ हो रहा है।”

साक्षी महाराज ने यह बयान शुक्रवार को मेरठ के वेस्ट एंड रोड स्थित सिद्धपीठ संकटमोचन हनुमान श्री बालाजी एवं शनि शक्तिपीठ शनिधाम मंदिर के सामने जैन विवाह मंडप में आयोजित संत समागम में बतौर मुख्य अतिथि दिया था, जो मीडिया की सुर्खी शनिवार को बना।

उन्होंने कहा था कि सभी राजनैतिक दल और हिंदुस्तान की जनता बढ़ती जनसंख्या को लेकर चिंतित है। भारत सरकार को इस पर कड़ा कानून बनाना चाहिए। तीन तलाक के खिलाफ केंद्र सरकार ने सही कदम उठाया है। महाराज ने यह भी कहा था कि भाजपा विधानसभा चुनाव में कैराना और कश्मीर का मुद्दा भी उठाएगी।

उप्र में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) को निशाने पर लेते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि प्रदेश को लूटने वाले सपा के लोग जब अपने परिवार और पार्टी को ही टूटने से नहीं बचा पा रहे हैं, तो उप्र को क्या संभालेंगे।

मुस्लिम समुदाय के बारे में साक्षी महाराज का विवादास्पद बयान हालांकि उन्हीं की पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को रास नहीं आया। नकवी ने कहा, “यह उनकी व्यक्तिगत राय है। भाजपा का साक्षी महाराज के इस बयान से कोई लेना-देना नहीं है।”

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जे. रविंदर गौड़ ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर सदर थाना पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। साक्षी महाराज का ‘चार बीवी और 40 बच्चों’ वाला बयान आचार संहिता के उल्लघंन के दायरे में आता है।

उन्होंने कहा कि केवल धार्मिक कार्यक्रम की अनुमति ली गई थी, लेकिन इसमें किसी राजनीतिक पार्टी के सांसद को बुलाया जा रहा है, यह नहीं बताया गया था। धार्मिक कार्यक्रम को जिस तरह राजनीतिक रूप दिया गया, वह भी आपत्तिजनक है। सूत्रों के मुताबिक, निर्वाचन आयोग ने मेरठ के जिलाधिकारी से साक्षी महाराज के कार्यक्रम का वीडियो तलब किया है।

साक्षी महाराज ने बयान पर दी सफाई, भाजपा ने किया किनारा

साक्षी महाराज ने अपने विवादास्पद बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने किसी समुदाय का नाम नहीं लिया, बल्कि बढ़ती आबादी पर चिंता जताई थी। साक्षी महाराज ने कहा, “मैंने कोई सांप्रदायिक भाषण नहीं दिया। संतों के एक समूह को संबोधित करते हुए मैंने देश में जनसंख्या विस्फोट को लेकर अपनी चिंता जताई थी। मेरे भाषण की वीडियोग्राफी की गई है और कहीं पर भी मैंने किसी समुदाय का नाम नहीं लिया है।”

भाजपा सांसद के इस बयान पर विपक्ष ने जहां उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, वहीं शनिवार को उनकी ही पार्टी ने उनके बयान से किनारा कर लिया। विपक्षी कांग्रेस और राज्य में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) ने सांसद की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई और इसे चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया।

विवादास्पद टिप्पणी पर प्रतिक्रिया मांगने पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “इसे भाजपा के रुख के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।”

सांसद की टिप्पणी को अपमानजनक व आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए कांग्रेस नेता के.सी. मित्तल ने कहा कि साक्षी महाराज के खिलाफ कार्रवाई के लिए पार्टी निर्वाचन आयोग के पास जा रही है। सपा व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी भाजपा सांसद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

मुख्य समाचार

सपा नेता रामगोपाल यादव ने राम मंदिर को बताया बेकार, कहा- उसका नक्शा ठीक नहीं

Published

on

Loading

मैनपुरी। समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव के राम मंदिर पर विवादित बयान दिया है जिसपर बवाल मच गया है। रामगोपाल यादव ने कहा कि ‘वो मंदिर तो बेकार का है, मंदिर ऐसे बनाए जाते हैं? मंदिर ऐसे नहीं बनते हैं। पुराने मंदिर देख लीजिए दक्षिण से से लेकर उत्तर तक देख लीजिए। नक्शा ठीक नहीं बना है उसका। वास्तु के लिहाज से ठीक नहीं बनाया गया है।

वहीं उनके बयान पर बीजेपी ने जोरदार पलटवार किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “इंडी अलायंस का असली सनातन विरोधी चेहरा एक बार फिर से उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बेकार है। ये ठीक से बना नहीं है। इसका नक्शा ही खराब है. ये यूजलेस है। देख लीजिए, इसका वास्तु ही खराब है। पहले इन लोगों ने राम भक्तों का विरोध किया. फिर राम भक्ति को पाखंड बताया. फिर राम जी के अस्तित्व पर सवाल उठाया और अब राम मंदिर पर ही हमला कर रहे हैं। केवल समाजवादी पार्टी ही नहीं, बल्कि इससे पहले कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को इवेंट बताते हुए कैसे उसका बहिष्कार किया।

राम मंदिर को लटकाना, अटकाना, भटकाना ये कांग्रेस पार्टी ने लगातार किया है। वहीं, आरजेडी ने कहा कि राम मंदिर गुलामी की निशानी है. रामचरित मानस पर इन लोगों ने हमला किया और अब ये लोग किस तरह से राम मंदिर पर अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं. करोड़ों राम भक्तों ने किस तरह से सैकड़ों वर्षों तक इंतजार किया, तब जाकर राम मंदिर बना, लेकिन आज वो कह रहे हैं कि राम मंदिर बेकार है।

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा , “क्या किसी और धर्म स्थल के बारे में वो ऐसा बोलेंगे। कतई नहीं बोला जा सकता और ना ही बोला जाना चाहिए, लेकिन केवल हिंदुओं को गाली देना इनका काम है ताकि वोट बैंक की थाली सजी रहे। कभी राहुल गांधी कहते हैं कि मैं शक्ति का विरोध कर रहा हूं। उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि सनातन एक बीमारी है. खरगे जी ने कहा कि राम बनाम शिव करना है। ये आए दिन हिंदू धर्म के बारे में विवादास्पद टिप्पणी करते रहते हैं और अब कहा जा जा रहा है कि राम मंदिर ही बेकार है, उसका ढांचा ही ठीक नहीं है।

 

Continue Reading

Trending