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प्रादेशिक

CSIR-IITR में वैज्ञानिक संगोष्ठी, राज्यपाल नाईक का पर्यावरण संरक्षण का आह्वान

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लखनऊ। सीएसआईआर-भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान, (सीएसआईआर-आईआईटीआर) लखनऊ में दो दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगोष्ठी की शुरुआत 20 अक्टूबर को हुई। संगोष्ठी का विषय ‘पर्यावरण प्रदूषण: कारण एवं निवारण’ रखा गया है। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि माननीय राज्यपाल राम नाईक थे। उन्होंने संस्थान द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। राज्यपाल ने संस्थान में वृक्षारोपण भी किया। राज्यपाल ने दीप प्रज्ज्वलन कर संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर संस्थान से प्रकाशित राजभाषा पत्रिका ‘विषविज्ञान संदेश’ का विमोचन भी हुआ।

राज्यपाल ने कहा कि औद्योगिकीकरण, नगरीकरण तथा विकास की तीव्र गति से पर्यावरण को क्षति पहुँची है और इसके संरक्षण का दायित्व भारत, राज्य और सभी पर है। पर्यावरण प्रदूषण, इसके कारण एवं निराकरण की खोज करना वैज्ञानिकों के लिए एक चुनौती है। आवश्यकता है कि सभी मिलकर पर्यावरण संरक्षण के कार्य में सक्रिय सहयोग करें। राज्यपाल ने चन्द्र मोहन तिवारी, हिंदी अधिकारी, आईआईटीआर को राजभाषा कार्यान्वयन में उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रतीक चिह्न प्रदान किया।
सीएसआईआर-आईआईटीआर के निदेशक प्रोफेसर आलोक धवन ने अपने संबोधन में मुख्य अतिथि राम नाईक के 50 वर्षों से अधिक जनसाधारण के कल्याण एवं पर्यावरण सुरक्षा हेतु उल्लेखनीय योगदान का विवरण दिया। उन्होने संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा पर्यावरण प्रदूषण एवं इसके निराकरण हेतु किए गए कार्यों की चर्चा की और बताया कि कैसे यह संस्थान पर्यावरण निगरानी, खाद्य सुरक्षा और पेयजल योजनाओं में विशेष योगदान दे रहा है।

उन्होंने यह भी कहा कि संस्थान स्किल इण्डिया कार्यक्रम के तहत देश के 10 से अधिक प्रदेशों के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कर्मियों को प्रशिक्षण दे चुका है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश जल संस्थांन एवं उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कर्मचारियों को निरंतर सहयोग दिया जा रहा है। इस संस्था न द्वारा प्रकाशित पर्यावरण निगरानी रिपोर्ट (इन्वायरोन्मेन्टलल मॉनीटरिंग रिपोर्ट) से स्थानीय प्रशासन को नगरीय पर्यावरण प्रबंधन हेतु दिशा-निर्देश लागू करने में सहायता मिली है।

इससे पूर्व प्रोफेसर भूमित्र देव, पूर्व कुलपति का विशिष्ट व्याख्यान आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हेतु गंभीर प्रयास करने की आवश्यकता है और नए अनुसंधान और उपाए किये जाने चाहिए ताकि प्राकृतिक असंतुलन न हो। उन्होंने वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि अपने शोध कार्यों को जन साधारण तक सरल भाषा में पहुंचाएं जिससे आम आदमी भी पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भागीदारी कर सके।

इस दो दिवसीय संगोष्ठी में सीएसआईआर की 16 प्रयोगशालाओं, 4 अन्य अनुसंधान और विकास संस्थानों एवं 9 विश्वविद्यालयों से 100 से अधिक वैज्ञानिक-गण, शोध छात्र प्रदूषण जैसी ज्वलंत समस्या और इसके कारण तथा निवारण के बारे में चर्चा हेतु भाग ले रहे हैं।

उत्तर प्रदेश

कन्नौज में बोले सीएम योगी- उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे

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कन्नौज। देश में तीन चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं। चौथे चरण में सोमवार को वोट डाले जाएंगे। इसके लिए सभी पार्टियां जी जान से चुनाव प्रचार में लगी हुई हैं। इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कन्नौज में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश और इस राज्य की जनता ने अपना मन बना लिया है। हम उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे और उसकी माला बनाकर माननीय प्रधानमंत्री के गले में पहनाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने देश में 400 से भी ऊपर सीटें जीतने का दावा किया।

उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि ये नया भारत केवल बोलता ही नहीं है करके दिखाता है। भाजपा ने कहा था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। तब समाजवादी पार्टी के लोग रामभक्तों पर गोलियां चलाते थे। बोलते थे परिंदा भी पर नहीं मार सकता लेकिन हमने आज मंदिर वहीं बनाकर दिखाया है। 500 सालों बाद इस वर्ष पहली बार प्रभु श्री राम ने अयोध्या की इस पावन धरती पर होली भी खेली और अपना जन्मदिन भी मनाया है। पहली बार भगवान राम का सूर्य तिलक भी हुआ है। ये अद्भुत घटनाएं भारत में कभी-कभी होती है और हम सौभाग्यशाली है जो इन घटनाओं को अपनी आंखों के सामने होते हुए देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वे कन्नौज से चुनाव इसलिए लड़ रहे हैं कि इंडी गठबंधन को यहां प्रत्याशी नहीं मिल रहा था। सपा अध्यक्ष कह रहे हैं कि सेवा करना चाहता हूं। जब मौका था, तब कन्नौज के इत्र में बदबू फैलाने का काम कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अखिलेश से कन्नौज के लड़ने का कारण बताया। सीएम योगी ने कहा, उम्मीदवार ढूंढे नहीं मिल रहे थे, तो उन्होंने खुद दांव आजमा लिया। पहले को टिकट दिया, फिर उसका टिकट काट दिया, दूसरे को दिया तो वह मैदान छोड़कर भाग गया। तीसरे की घोषणा की तो वह मना कर दिया। जब कोई नहीं मिला तो खुद लड़ने चले आए।

योगी ने कहा, जब मौका मिला तब बदबू फैला रहे थे। हर दूसरे दिन यूपी में दंगा कराते थे। इनके शासन में बेटियों-व्यापारियों की सुरक्षा से खिलवाड़ होता था। गरीबों के हकों पर डकैती पड़ती थी। मुख्यमंत्री आवास बुलाकर दंगाइयों का महिमामंडन करते थे, लेकिन अब नए भारत का नया उप्र दंगाइयों व कर्फ्यू लगाने वालों से कैसे निपटता है, यह आप भी देख रहे होंगे। सीएम योगी ने कहा कि नए भारत में सुरक्षा, गरीब कल्याण, विकास, विरासत और आस्था का सम्मान है। सपा रामभक्तों पर गोली चलाती थी, आतंकियों के मुकदमे वापस लेती थी और भाजपा राम मंदिर बनवाती है। आपने वोट देकर भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली व लखनऊ सरकार को चुना है, इसलिए आपके योगदान की बदौलत अयोध्या में 500 वर्ष के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है।

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