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नेशनल

जयललिता को अस्पताल से जल्द छुट्टी मिल सकती है : सदाशिवम

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जयललिताचेन्नई, केरल के राज्यपाल पी. सदाशिवम ने सोमवार को कहा कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता को जल्द अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। सदाशिवम ने संवाददाताओं से कहा, “सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों ने हमें बताया कि उपचार का अच्छा असर हुआ है और उन्हें बहुत जल्द अस्पताल से छुट्टी मिलने की संभावना है। वह राज्य का प्रशासन भी संभालेंगी।”

केरल के मुख्यमंत्री पी.विजयन के साथ अपोलो अस्पताल का दौरा करने के बाद राज्य के राज्यपाल ने यह प्रतिक्रिया दी। जयललिता गत महीने अपोलो अस्पताल में भर्ती हुई थीं।

विजयन ने कहा कि उन्होंने और राज्यपाल ने केरल के लागों की ओर से जयललिता को शुभकामनाएं देने और उनके जल्द ठीक होने की कामना को लेकर यहां आने का निर्णय लिया था।

उन्होंने कहा, “हमें डॉक्टरों से सकारात्मक सूचनाएं मिलीं। उन लोगों ने कहा कि वह जल्द ठीक हो जाएंगी।”

विजयन कोझिकोड से यहां पहुंचे, जबकि सदाशिवम तिरुवनंतपुरम से आए। चेन्नई हवाई अड्डे पर राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के आने का इंतजार किया और दोनों एक ही कार में सवार होकर अस्पताल के लिए रवाना हुए।

नेशनल

अमेठी से राहुल गांधी के न लड़ने पर आया स्मृति ईरानी का बयान, कही ये बात

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अमेठी। अमेठी से बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है। स्मृति ईरानी ने कहा कि अमेठी से गांधी परिवार का ना लड़ना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में वोट पड़ने से पहले ही अमेठी से अपना हार स्वीकार कर चुकी है।

स्मृति ईरानी ने कहा, “मेहमानों का स्वागत है। हमलोग अतिथियों के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, इतना ही कह दूं कि अमेठी से गांधी परिवार का ना लड़ना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में वोट पड़ने से पहले ही अमेठी से अपना हार स्वीकार कर चुकी है। अगर उन्हें लगता कि यहां जीत की कोई भी गुंजाइश हो तो वे यहां से लड़ते।

वहीँ इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस पर हमला बोला है। मोदी ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान में एक चुनावी रैली में कहा कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ने से डर गए हैं। यही वजह है कि उन्होंने इस बार अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि राहुल से पहले सोनिया गांधी भी डरकर राजस्थान चली गई थीं।

वहीं कांग्रेस ने अपने इस फैसले का बचाव किया है। इन आलोचनाओं का जवाब कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख जयराम रमेश ने एक्स पर कहा, ”राहुल गांधी जी की रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबर पर बहुत सारे लोगों की बहुत सारी राय है लेकिन वह राजनीति और शतरंज के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। वे सोच-समझ कर दांव चलते हैं। ऐसा निर्णय पार्टी के नेतृत्व ने बहुत विचार-विमर्श कर बड़ी रणनीति के तहत लिया है।

उन्होंने लिखा है,” इस निर्णय से बीजेपी,उसके समर्थक और चापलूस धराशायी हो गए हैं.बेचारे स्वयंभू चाणक्य जो ‘रंपरागत सीट’की बात करते थे, उनको समझ नहीं आ रहा अब क्या करें? रायबरेली सिर्फ सोनिया जी की नहीं, खुद इंदिरा गांधी जी की सीट रही है.यह विरासत नहीं ज़िम्मेदारी है, कर्तव्य है।

उन्होंने लिखा है, ”रही बात गांधी परिवार के गढ़ की, तो अमेठी-रायबरेली ही नहीं, उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश गांधी परिवार का गढ़ है। राहुल गांधी तो तीन बार उत्तर प्रदेश से और एक बार केरल से सांसद बन गए, लेकिन मोदी जी विंध्याचल से नीचे जाकर चुनाव लड़ने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पाए?”

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