Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

पनामा पेपर्स मामले में अब अजय देवगन का भी नाम

Published

on

Loading

पनामा पेपर्स मामले में अब अजय देवगन का भी नाम

मुंबई। अभिनेता अमिताभ बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन के बाद पनामा पेपर्स लीक में अब अजय देवगन का नाम भी जुड़ गया। जिसके तुरंत बाद अजय ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि मैंने कुछ भी गलत या गैर-क़ानूनी तरह से नहीं किया, इसकी पूरी जानकारी आरबीआई को है।

अजय का कहना है कि उन्होंने ये कंपनी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की गाइड लाइंस को ध्यान में रखकर ही खरीदी थी और यह कंपनी उन्होंने विदेशों में हिंदी फिल्मों के राइट्स खरीदने के लिए खरीदी थी। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे परिवार ने कानून के तहत सारी जानकारी टैक्स रिटर्न में उजागर की है। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे परिवार ने कानून के तहत सारी जानकारी टैक्स रिटर्न में उजागर की है।

अंग्रेजी वेबसाइट स्पॉटब्वॉय.कॉम की खबर में मुताबिक, अजय देवगन ने ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में मैरिलबोन एंटरटेनमेंट एंड कंपनी खरीदी। अजय ने इस कंपनी के 1000 शेयर खरीदे हैं। बताया जा रहा है कि अजय ने इस कंपनी के शेयर अपनी कंपनी ‘न्यासा युग एंटरटेनमेंट’ कंपनी के नाम पर खरीदे हैं जिसकी मालिक उनकी पत्नी काजोल हैं। अजय ने ये शेयर साल 2013 में खरीदे थे।

 

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending