Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

महबूबा ने सरकार गठन का दावा पेश किया

Published

on

पीडीपी भाजपा सरकार, राज्यपाल से मिल सरकार बनाने का दावा पेश, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती और भाजपा नेता निर्मल सिंह

Loading

पीडीपी भाजपा सरकार, राज्यपाल से मिल सरकार बनाने का दावा पेश, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती और भाजपा नेता निर्मल सिंह

जम्मू| जम्मू एवं कश्मीर में सरकार गठन की प्रक्रिया शनिवार को शुरू हो गई। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने राजभवन में राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया, जिसका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने समर्थन किया। राज्यपाल से मुलाकात के बाद महबूबा तथा भाजपा विधायक दल के नेता निर्मल सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में अगली निर्वाचित सरकार के गठन का दावा पेश करने के बाद गठबंधन के दोनों घटक दलों द्वारा सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई। राजभवन से बाहर आने के बाद महबूबा मुफ्ती ने संवाददाताओं से कहा, “हमारी सरकार नए उत्साह के साथ मुफ्ती मोहम्मद सईद के सपनों को साकार करेगी। मुफ्ती साहब की विकास व शांति के सपने को मेरे नेतृत्व वाली सरकार पूरा करेगी।” यह पूछे जाने पर कि विभागों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच क्या किसी तरह के मतभेद हैं, उन्होंने कहा, “विभाग महत्वपूर्ण नहीं हैं। जो भी समस्या होगी, हम मिलकर सुलझा लेंगे।”

वहीं निर्मल सिंह ने कहा कि पार्टी ने महबूबा मुफ्ती के सरकार गठन के दावे का समर्थन किया है और राज्य में नई सरकार जल्द ही सत्ता संभाल लेगी। शपथ ग्रहण समारोह की तारीख के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह के लिए अभी कोई तारीख तय नहीं की गई है, अगले दो से तीन दिनों में दोनों पार्टियां मिलकर इस पर फैसला लेंगी। पीडीपी विधायकों द्वारा गुरुवार को पीडीपी अध्यक्ष महबूबा को विधायक दल का नेता चुनने के बाद सरकार गठन के लिए दावा पेश करने का उनका रास्ता साफ हो गया था। पीडीपी के पास 27 विधायक हैं (मुफ्ती मोहम्मद सईद को मिलाकर कुल 28 थे) और पार्टी को एक निर्दलीय विधायक भी समर्थन दे रहे हैं, जो लद्दाख क्षेत्र से विधायक हैं। उधर, भाजपा के पास 25 विधायक हैं और तीन अन्य विधायक उसे समर्थन दे रहे हैं। इनमें से दो पीपुल्स कान्फ्रेंस के और एक निर्दलीय हैं। जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में कुल 87 सीटें हैं। जम्मू एवं कश्मीर में आठ जनवरी से ही राज्यपाल शासन है। नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के एक दिन बाद से ही राज्य में राज्यपाल शासन है।

नेशनल

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

Published

on

Loading

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता व ग्वालियर राज घराने की राजमाता माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया है। उनका इलाज पिछले दो महीनों से दिल्ली के एम्स में चल रहा था। आज सुबह 9.28 बजे उन्होंने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली।

हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया था कि, राजमाता माधवी राजे को सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें 15 फरवरी को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। इसी साल 6 मार्च को भी उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। उस समय भी उनकी हालत नाजुक थी और उनको लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम पर रखा गया था।

पहली बार 15 फरवरी को माधवी राजे की तबीयत बिगड़ी थी, उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसके बाद से ही उनकी हालत नाजुक बनी हुई थे। वे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थीं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ समय पहले यह जानकारी शेयर की थी।

नेपाल राजघराने से माधवीराजे सिंधिया का संबंध है। उनके दादा शमशेर जंग बहादुर राणा नेपाल के प्रधानमंत्री थे। कांग्रेस के दिग्गज नेता माधवराव सिंधिया के साथ माधवी राजे के विवाह से पहले प्रिंसेस किरण राज्यलक्ष्मी देवी उनका नाम था। साल 1966 में माधवराव सिंधिया के साथ उनका विवाह हुआ था। मराठी परंपरा के मुताबिक शादी के बाद उनका नाम बदलकर माधवीराजे सिंधिया रखा गया था। पहले वे महारानी थीं, लेकिन 30 सितंबर 2001 को उनके पति और पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के निधन के बाद से उन्हें राजमाता के नाम से संबोधित किया जाने लगा।

Continue Reading

Trending