Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

भुला दी गई मौलाना आजाद की जयंती

Published

on

Loading

नई दिल्ली।  जयंती समारोहों के मौजूदा दौर में धर्मनिरपेक्षतावादी नेता और स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद की 127वीं जयंती लगभग भुला दी गई। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के कुछ अधिकारियों के अलावा मौलाना आजाद के जामा मस्जिद स्थित स्मारक पर कोई नहीं पहुंचा।

आधुनिक भारत के संस्थापकों में से एक मौलाना आजाद को अधिकतर नेताओं ने याद नहीं किया। अंग्रेजों की गुलामी से आजाद होने के बाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे मौलान आजाद। उन्हें मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।

आईसीसीआर मौलाना आजाद की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाती है। ऐतिहासिक जामा मस्जिद के पास स्थित मौलाना आजाद के स्मारक पर आईसीसीआर ने समारोह का आयोजन किया। समारोह में आईसीसीआर के महानिदेशक सी. राजशेखर ने कहा कि विभाजन के बाद मौलाना आजाद ने मुसलमानों के सामने कुरान की यह बात रखी थी : “डरो मत और शोक मत मनाओ। अगर तुम्हारे पास सच है तो कामयाबी तुम्हारे साथ होगी।”

उन्होंने कहा कि 23 अक्टूबर 1947 को जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर मौलाना आजाद ने जो भाषण दिया था वह उनके धर्मनिरपेक्ष व्यक्तित्व और जिस बात के लिए वह लड़े उसका प्रतिबिंब था। राजशेखर ने कहा कि मौलाना आजाद आधुनिक पश्चिमी ज्ञान के प्रति उतने ही खुले थे जितना कि वह भारत पर पश्चिमी शासन के खिलाफ थे।

टिप्पणीकार और मौलाना आजाद के रिश्तेदार फिरोज अहमद बख्त ने कहा कि मौलाना आजाद सहिष्णुता और हिंदू-मुस्लिम एकता के सबसे बड़े अलंबरदार थे। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि आईसीसीआर के अलावा बाकी सभी ने मौलाना आजाद को “भुला दिया और किनारे लगा दिया।”

उन्होंने कहा कि आज के समय में जब कुछ लोग भारत के महानतम धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को तबाह करने पर उतारु हैं, ऐसे में यह वक्त की मांग है कि मौलाना आजाद के संदेश को फैलाया जाए।

समारोह के संचालक और मुस्लिम न्यायशास्त्र के विद्वान बहार बर्की ने कहा कि आजाद की जिंदगी की सबसे बड़ी चिंताओं में से एक यह भी थी कि भारतीय मुसलमानों के जीवन के हर क्षेत्र में सुधार किया जाए।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending