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नेशनल

स्वदेश लौटे मोदी, धुर विरोधी संजय जोशी के पोस्टर लगने से मचा बवाल

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों फ्रांस, जर्मनी और कनाडा की यात्रा के बाद शनिवार को वापस दिल्ली लौट आए हैं। मोदी ने नौ अप्रैल को फ्रांस के दौरे के साथ अपनी नौ दिवसीय आधिकारिक यात्रा शुरू की थी। इसके बाद वह जर्मनी पहुंचे, जहां से वह बाद में कनाडा गए। पीएम की देश में वापसी के साथ ही उनके धुर विरोधी संजय जोशी की घर वापसी का बात जोरशोर उठने लगी है। भाजपा मुख्यालय और पार्टी के बड़े नेताओं के घर के बाहर शनिवार को संजय जोशी की घर वापसी से संबंधित पोस्टर लगाए गए।

मोदी का विमान कनाडा के वैंकूवर से नई दिल्ली जाने से पहले ईंधन भरवाने के लिए कुछ देर फ्रैंकफर्ट में रुका। तीन देशों की इस यात्रा में फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू जेट विमानों की खरीदारी और कनाडा के साथ पांच सालों की अवधि तक यूरेनियम की आपूर्ति सहित कई अहम समझौतों की घोषणा हुई। इसके साथ ही जर्मनी में ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के प्रचार के साथ भारत में कारोबार करने में आसानी के बारे में भी विदेशी निवेशकों व कारोबारियों को आश्वासन दिया गया।

पीएम के स्वदेश लौटते ही शनिवार को भाजपा मुख्यालय और भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के घर के बाहर संजय जोशी की घर वापसी की मांग वाले होर्डिंग्स और पोस्टर लगे नजर आए। इन पोस्टर पर संजय जोशी की घर वापसी की मांग के साथ साथ लिखा है, ‘अगर सबसे होती है मन की बात तो फिर सुनो हमारे भी मन की बात। सबका साथ सबका विकास तो फिर क्यों नहीं संजय जोशी का साथ। हमारी सुनो मन की बात, संजय जोशी की घर वापसी हो अबकी बार।’

हालांकि बाद में इन पोस्टर को हटा दिया गया। बता दें कि संजय जोशी मोदी के विरोधी माने जाते हैं। इससे पहले संजय जोशी के जन्मदिन पर पोस्टर लगाने को लेकर केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक को पार्टी आलाकमान से डांट पड़ी थी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी जोशी को बधाई देने को लेकर पार्टी नेताओं को फोन कर फटकार लगाई थी।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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