Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

दूरबीन से देखने पर भी यूपी में नहीं दिखते माफिया: अमित शाह

Published

on

Loading

लखनऊ। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों पर उत्तर प्रदेश को बर्बाद करने का दोष लगाया है। उन्होंने कहा है कि सपा-बसपा के खेल में उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था का हाल देखकर खून खौल जाता था। हर जिले में दो-तीन माफिया-बाहुबली हुआ करते थे, लेकिन 2017 में आई योगी आदित्यनाथ सरकार ने ऐसा काम किया कि आज दूरबीन से देखने पर भी यहां माफिया नहीं दिखते।

शुक्रवार को लखनऊ में भाजपा के वृहद सदस्यता अभियान “मेरा परिवार-भाजपा परिवार” का शुभारंभ किया। यूपी विधानसभा चुनाव के लिए “फिर एक बार भाजपा 300 पार” का नारा दिया देते हुए शाह ने कहा कि 2024 में अगर नरेंद्र मोदी को फिर से देश का प्रधानमंत्री बनाना है तो 2022 में योगी आदित्यनाथ को यूपी का मुख्यमंत्री बनाना ही होगा। डिफेंस एक्सपो ग्राउंड पर उत्साह-उमंग से लबरेज कार्यकर्ताओं के हुजूम को सम्बोधित करते हुए शाह ने एक-एक कर सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधा तो तथ्यों और तर्कों के साथ योगी सरकार की जमकर सराहना की।

उन्होंने कहा कि यूपी ने सपा, बसपा, कांग्रेस के बाद अब भाजपा का शासन भी देखा है। मुगलों का राज खत्म होने के बाद भी यूपी को बहुत वर्षों तक यह एहसास नहीं होता था कि यह बाबा विश्वनाथ, भगवान राम, गौतम बुद्ध जैन संतों और महामना मालवीय की भूमि है। इसका एहसास 2017 में हुआ जब बीजेपी की सरकार आई। योगी सरकार ने यूपी को उसकी असल पहचान वापस दिलाने का काम किया है।

राम मंदिर के लिए ₹5000 का चंदा तक न दे पाई अखिलेश एंड कंपनी: अमित शाह ने कहा कि भाजपा हर चुनाव में राम मंदिर और कश्मीर से 370 के खात्मे का संकल्प लेती थी। जनता को भी इंतज़ार था कि कभी तो समय आएगा और यह दोनों सपने पूरे होंगे। अखिलेश एंड कंपनी हम पर तंज करती थी कि मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे, लेकिन परिवर्तन हुआ और सपा की सरकार में जिस जगह रामभक्तों को गोलियों से भूना गया था आज वहां गगनचुंबी मंदिर बन रहा है। चुटकी लेते हुए शाह ने कहा कि अखिलेश जी तो राम मंदिर के लिए 5,000 रुपया देने से भी चूक गए।

हमने कश्मीर से 370 और 35ए को उखाड़ फेंका। शाह ने कहा कि जब कोरोना आया, बाढ़ आई तो अखिलेश एंड कंपनी घर में छुपी हुई थी, आज चुनाव नजदीक देख नए कपड़े पहल बरसाती मेंढक की तरह यह चुनावी मेंढक निकल पड़े हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश को सम्बोधित करते हुए शाह ने पूछा कि अखिलेश जी हिसाब बताएं कि वो 5 साल में कितने दिन विदेश में रहे? कोरोना और बाढ़ में अखिलेश कहाँ थे।

सपा-बसपा के गड्ढे पाटने में लग रहा समय: कोरोना काल में योगी सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए अमित शाह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की कोशिशों ने लोगों का जीवन बचाया। आज टेस्ट हो या टीका, दोनों में यूपी नंबर एक है। योगी सरकार की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि अखिलेश राज में जो यूपी देश की सातवें नम्बर की अर्थव्यवस्था थी आज योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था है।

2017 में यहां 12 मेडिकल कॉलेज थे आज 30 मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं और 2022 से पहले 40 हो जाएंगे। शाह ने कहा कि 2017 में हमारे सामने इतना बड़ा गड्ढा छोड़कर दिया गया था कि उसे भरना मुश्किल था। योगी सरकार ने बहुत कुछ किया पर अभी भी बहुत कुछ करना बाक़ी है। हम फिर से घोषणापत्र लाएंगे और उसे भी पूरा करके दिखाएंगे। प्रदेशवासियों का आह्वान करते हुए शाह ने कहा कि हमें एक मौका और दीजिए, हम यूपी को नम्बर एक राज्य बना देंगे।

2017 लोककल्याण संकल्पपत्र का 90 फीसदी वादा पूरा: मिशन यूपी की औपचारिक शुरुआत करते हुए अमित शाह ने कहा कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में अगर नरेंद्र मोदी के दो बार पूर्ण बहुमत की सरकार बना पाए, इसका पूरा श्रेय यूपी की जनता को जाता है। हमने झोली फैलाकर आशीर्वाद मांगा और यहां की जनता ने भोले शंकर की तरह हमें आशीष दिया। कार्यकर्ताओं में जोश भरते अमित शाह ने कहा कि 2014 में प्रदेश प्रभारी और 2017 और 2019 में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में गली-गली घूमा हूं।

अन्य दलों के लिए चुनाव सत्ता हथियाने का ज़रिया है जबकि हमारे लिए चुनाव हमारी विचारधारा को घर घर तक पहुंचाने और दल का विस्तार करने का जरिया होता है। बीजेपी कार्यकर्ता घर-घर जाकर “मेरा परिवार-भाजपा परिवार” का स्टिकर लगाने के साथ उनका हालचाल भी पूछें और सरकार की उपलब्धियां भी बताएं।

उन्होंने कहा कि भाजपा का घोषणापत्र कोई सर्वे एजेंसी नहीं बल्कि घर घर घूमने वाले कार्यकर्ता की रिपोर्ट से बनाया जाता है। 2017 के चुनाव में घोषित लोककल्याण संकल्प पत्र के 90 फीसदी वादे पूरे किए गए हैं, 2 महीना बाक़ी है, कोशिश रहेगी शत-प्रतिशत वायदे पूरे कर सकें। उन्होंने कहा कि 29 अक्टूबर से शुरू बीजेपी का सदस्यता अभियान 31 दिसम्बर तक चलाया जाएगा।

प्रादेशिक

बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस का फंदे से लटकता मिला शव, वाट्सएप पर लगाया था ऐसा स्टेटस

Published

on

Loading

भागलपुर। बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस अन्नपूर्णा उर्फ अमृता पांडेय की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई मरने से पहले अमृता पांडे ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा है कि दो नाव पर सवार है उसकी जिंदगी…हमने अपनी नाव डूबा कर उसकी राह को आसान कर दिया। अमृता के इस स्टेटस से कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने सुसाइड किया है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चलेगा।

परिवार वालों ने बताया कि करीब 3.30 बजे अमृता की बहन उसके कमरे में गई। वहां वह फंदे से लटकी हुई थी। आनन फानन में उसके फंदे से चाकू से काट​कर तत्काल परिवार वाले स्थानीय निजी अस्पताल ले गए, लेकिन वहां उसे मृत बता दिया गया। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की रात उन लोगों ने काफी मस्ती की थी। फिर अचानक से क्या हुआ। किसी को समझ नहीं आ रहा। परिजनों ने बताया कि अमृता की शादी 2022 में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी चंद्रमणि झांगड़ के साथ हुई थी। वे मुंबई में एनिमेशन इंजीनियर हैं। अब तक उन लोगों को बच्चे नहीं हैं।

अमृता ने मशहूर भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव समेत कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया है. साथ ही कई सीरियल, वेब सीरज और विज्ञापन में भी काम किया है। बहन के मुताबिक, अमृता कैरियर को लेकर काफी परेशान रहती थी। वह काफी डिप्रेशन में थी। इस वजह से वह इलाज भी करा रही थी। अमृता भोजपुरी फिल्मों के अलावा कुछ वेब सीरीज में काम में रही थी. हाल ही में अमृता की हॉरर वेब सीरीज प्रतिशोध का पहला भाग रीलिज हुआ है।

Continue Reading

Trending