अन्तर्राष्ट्रीय
फ़ोन के लिए 10 साल की बेटी के सामने रख दी हैरान कर देने वाली शर्तें, पढ़कर उड़ जाएंगे आपके होश
हम सभी को लगता हैं, फोन की लत सिर्फ बड़ों में होती हैं। लेकिन ऐसा नहीं हैं, बड़ों से ज्यादा बच्चों को फ़ोन की लत लग चुकी है। अपने अधिकतर देखा होगा कि पेरेंट्स अपनी बात मनवाने के लिए अपने बच्चों को फोन दे देते हैं। जिसकी वजह से उन्हें स्मार्टफोन की लत लग जाती है।
आज हम आपको एक ऐसी लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके पेरेंट्स ने उसे फोन तो खरीदकर दे दिया लेकिन उसके सामने कुछ ऐसी शर्तें रख दी जिनके बारे में सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे।
दरअसल, यह मामला मलेशिया की राजधानी कुआलालम्पुर का है जहां पर यास्मीन नाम की लड़की ने अपने पेरेंट्स से फ़ोन कि जिद्दी की। जिसके बाद उसके पेरेंट्स ने फोन दिलाने के बदले अपनी बेटी के सामने 12 शर्तों वाला एक कॉन्ट्रैक्ट रख दिया। जिसमें लिखी शर्तों को उसे मानना था और तभी उसे नया फोन मिलता। हैरान कर देने वाली बात यह रहीं कि10 साल की यास्मीन ने फ़ोन के बदले माता-पिता की 12 शर्तें मानने के लिए हामी भर दी है।
आपको बता दें, अगर यास्मीन 1 साल तक सभी शर्तों को मानेगीं, तभी उसके पेरेंट्स उसे आगे भी फ़ोन यूज़ करने देंगे। नहीं तो उससे फ़ोन ले लिया जाएगा। अब उसकी शर्तों की लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। आइए जानते हैं, उन शर्तों के बारे में –
ये हैं वो शर्तें –
सुबह जल्दी उठकर नमाज़ अदा करना है।
हफ्ते में 6 बार कुरान पढ़ना होगा।
मम्मी या पापा का फोन इस्तेमाल नहीं करना है।
ट्यूशन मिस नहीं करना है।
फोन बैटरी फुल होने तक ही उसे चार्जिंग पर लगाए रखना होगा।
फोन डिस्चार्ज नहीं होने देना है।
फोन बाथरूम में नहीं ले जाना होगा।
फोन स्कूल नहीं ले जा सकते।
खाते वक्त फोन नहीं चलाना है।
कोई भी ऐप डाउनलोड से पहले पेरेंट्स से इजाजत लेनी पड़ेगी।
डेटा संभालकर खर्च करना है। तय सीमा से ज्यादा डेटा मांगने की इजाजत नहीं है। मम्मी पापा चाहें तो डेटा गिफ्ट कर सकते हैं।
परिवार के साथ बाहर होने पर दोस्तों से बात नहीं करनी है।
अन्तर्राष्ट्रीय
जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत
नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।
इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।
उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।
डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
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