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अच्छी खबरः इस दवा से जड़ से दूर हो जाएंगे सेक्स संबंधी सारे रोग

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नई दिल्ली। अगर आपको भी मानसिक या शारीरिक कारणों से सेक्स संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो आपके लिए खुशखबरी है। कई विकसित देशों के सेक्सोलॉजिस्ट की पहली पसंद बन चुकी जर्मनी का होम्योपैथी फार्मुला पहली बार  भारत में निर्मित हुआ है।

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इस फार्मुले से मानसिक और शारीरिक वजहों से जो सेक्स संबंधी समस्या होती है वो जड़ से खत्म हो जाएगी। होम्योपैथी के इस फार्मुले को टेक्टिस इंडिया कंपनी ने बीफ्रा एक्स नाम से लांच किया है। आपको बता दें कि ब्रीफा एक्स का उत्पादन देश की नामी दवा कंपनी ईमामी ग्रुप (EMAMI GROUP) की कलकत्ता स्थित एम. भट्टाचार्या एंड कंपनी के द्वारा किया गया है।

क्या काम है ब्रीफा-एक्स का?

बाजार में जितनी भी सेक्स संबंधी दवाएं उपल्बध हैं वो केवल एक-आध ही समस्याओं के लिए फायदेमंद साबित होती हैं। लेकिन ब्रीफा-एक्स सभी सेक्स संबंधी बीमारियों के लिए असरदार है। ऐसा इस लिए है क्योंकि ब्रीफा-एक्स एंपुल के सिरप में ही 8 तरह की होम्यापैथिक दवाओं को मिलाकर  फार्मुला बनाया गया है। यह मानसिक या शारीरिक कारणों से होने वाली यौन समस्याओं, जैसे कि  यौन दुर्बलता, शीघ्रपतन (वीर्य का जल्दी निकल जाना), लिंग में तनाव न आना या कम आना, यौन इच्छाओं की कमी, धातु रोग, लिंग में पूर्ण तनाव न आने के कारण लिंग का छोटापन, शुक्राणु उत्पादन स्थान (अंडकोष) की समस्याओं को दूर करने में सहायक है। शुक्राणु निर्माण को बढ़ाता है। मुख्यतया यह पुरूषों का स्टेमिना बढ़ाकर पौरूष (मर्दाना ताकत) को बनाए रखने में सहायता करता है। जिससे यौन संबंधों का समय बढऩे के साथ-साथ पूर्ण संतुष्टि प्राप्त होती है।

कैसे इस्तेमाल किया जाता है ब्रीफा एक्स?

इसको इस्तेमाल करने की विधि बेहद सरल है। पहले एक सप्ताह (7 दिन) तक एक एंपुल सुबह व एक एंपुल शाम को करीब 150 से 200 मिलीग्राम पानी में मिलाकर लें। इसके बाद प्रतिदिन एक एंपुल लिया जाना चाहिए। अथवा अपने होम्योपैथिक विशेषज्ञ की सलाह से इसको प्रयोग करें।

बायो-कॉम्बिनेशन नंबर 27

इसके अतिरिक्त इसके पैक में बायो-कॉम्बिनेशन नंबर 27 की 100 टेबलेट का पैक भी है जिसकी 4-4  टेबलेट को दिन में 3 बार चूसना होता है। ये बायो-कॉम्बिनेशन टेबलेट होमियोपैथी का ही पार्ट है। ये टेबलेट जिन साल्ट्स की कमी से प्रॉब्लम होती है उनकी डेफिशियेंसी को पूरा करती है जो की स्थाई समाधान में सहायक है।

क्या है एंपुल?

कई रिसर्च में यह सामने आया है कि प्लास्टिक की बोतलों में पैकिंग करने से दवाओं की गुणवत्ता जहां कम हो रही है वहीं कई तरह के हानिकारक कैमिकल दवाओं में मिल जाते हैं। इसलिए भारत में पहली बार होम्योपैथिक दवा की पैकिंग हेतु कांच के विशेष एंपुल में ब्रीफा-एक्स की 10 एमएल की पैकिंग (ब्रीफा-एक्स की एक बार में इस्तेमाल की मात्र 10 एमएल ही होती है) तैयार की गई है ताकि इसकी गुणवत्ता बनी रहे और इसके परिणाम सटीक मिलें।

क्या इसके कोई साइड इफेक्ट हैं?

ब्रीफा-एक्स में होम्योपैथिक दवाओं का मिश्रण है जो किसी प्रकार साइड इफेक्ट नहीं करता। होम्योपैथी विशेषज्ञों के अनुसार इसे बीपी व शुगर के रोगी भी अपनी नियमित दवाओं के साथ ले सकते हैं। इसलिए इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।

ब्रीफा-एक्स कैसे काम करता है?

अंग्रेजी दवाएं इस थ्योरी पर काम करती है कि सेक्स विशेष अंगो द्वारा होता है लेकिन होम्योपैथी में यह माना जाता है कि सेक्स दिमाग में होता है और वहीं से शुरु होता है। ब्रीफा-एक्स भी इसी सिद्धान्त पर काम करता है। इसी कारण यह डिप्रेशन, एंग्जाइटी व अन्य किसी भी कारण से होने वाली सेक्स समस्याओं व स्टेमिना की कमी को दूर करता है। इससे कोर्स करने वाले व्यक्ति की सेक्स की प्राकृतिक क्षमता जागृत हो जाती है। अमूमन यह शक्तियां हमारी गलत जीवन शैली, सोच आदि के कारण बिगड़ जाती है। ब्रीफा-एक्स इसी को ठीक करके आपको मर्दानगी का एहसास दिलाता है।

परहेज-
इस दवा के सेवन से पहले आपको इससे जुडे परहेज के बारे में भी जान लेना चाहिए। जब तक यह दवा ले तब तक कच्चे प्याज, लहसुन न खाये, सब्जी इत्यादि में प्याज-लहसुन ले सकते है। इसके अलावा कॉफी का सेवन भी न करें। इसके अतिरिक्त तेज गंध वाली चीजों का उपयोग न करें तो बेहतर है।

दवा लेने से आधा घंटा पहले व बाद में कुछ न खाएं। आप केवल पानी पी सकते हैं। दवा को धर्य के साथ ले यह दवा अंग्रेजी दवा की तरह एक दम असर न कर प्रॉब्लम्स के कारणों को ठीक करती हुई पूरा फायदा देती है जो लम्बे टाइम तक बना रहता है।

दवा का तब ज्यादा असरदार साबित होगी जब आप इसे 46 दिन तक लेंगे। 46 दिन के कोर्स को 2 बार में भी मंगवाया जा सकता है। 23 दिनों के भीतर इस दवा से फायदा आपको दिखने लगेगा।

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तेजी से बढ़ रही है दिल की बीमारियों के चलते मौत, करें ये उपाय

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Death due to heart diseases increasing

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नई दिल्ली। भारत में दिल की बीमारियों के कारण होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हाई कॉलेस्ट्रॉल, धूम्रपान एवं आनुवंशिक कारणों से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ रही है। दक्षिण-पूर्वी एशियाई आबादी में आनुवंशिक रूप से दिल की बीमारियों की संभावना अधिक होती है। दिल को सुरक्षित रखने के लिए कुछ उपाय हैं, जिसे अपनाकर आप दिल की बीमारियों से दूर रह सकते हैं।

सेहतमंद आहार लें

संतुलित और सेहतमंद आहार का सेवन करने से शरीर को सही पोषण मिलता है। जंक फूड में फैट, नमक और चीनी बहुत अधिक मात्रा में होती है, जो समय के साथ हमारे दिल को बीमार बना देती है। अक्सर लोग बिना सोचे समझे प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं क्योंकि उन्हें यह बहुत आसान लगता है, लेकिन इस तरह का भोजन हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। हमारे आहार में पर्याप्त मात्रा में कैलोरीज, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल और लो सैचुरेटेड फैट होने चाहिए।

गतिहीन जीवनशैली से बचें

बहुत से लोग नियमित रूप से व्यायाम नहीं करते। आज हममें से लाखों लोग ऐसी नौकरियां करते हैं, जिसके लिए उन्हें घंटों एक ही जगह पर बैठे रहना पड़ता है। व्यायाम की कमी व्यक्ति के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है। यह मोटापे को जन्म देती है, जिसके कारण व्यक्ति धीरे धीरे डायबिटीज, हाइपरटेंशन और दिल की बीमारियों का शिकार बन जाता है।

शारीरिक रूप से सक्रिय

व्यायाम दिल को तंदुरुस्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कार्डियो व्यायाम से दिल की पम्प करने की क्षमता बढ़ती है और दिल की मांसपेशियां तंदुरुस्त बन जाती हैं। नियमित व्यायाम करने से रक्तचाप नियन्त्रण में रहता है, शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल कम होते हैं और ब्लड शुगर भी नियन्त्रित रहती है।

तनाव से बचें

तनाव आज हम सभी के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है, खासतौर पर ज्यादातर शहरी लोग अपने काम को लेकर तनाव में रहते हैं। जब आपका शरीर तनाव में रहता है, तो इसका असर शरीर के हर अंग पर पड़ता है। तनाव के समय शरीर में एड्रिनलिन हॉर्मोन ज्यादा मात्रा में बनने लगता है, अगर ऐसा नियमित रूप से होने लगे तो दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।

अच्छी और गहरी नींद

समय की कमी के कारण बहुत से लोग अपनी नींद को कम कर काम करने लगते हैं। वे अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नींद से समझौता करते हैं जो सेहत के लिए खास तौर पर दिल के लिए खतरनाक है। 7-8 घंटे से कम नींद लेने से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।

धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें

धूम्रपान और शराब का सेवन किसी भी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। आजकल विकासशील देशों में धूम्रपान का चलन तेजी से बढ़ रहा है। जो दिल के लिए नुकसानदायक है। यहां तक कि अगर आपके आस-पास कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है तो वह भी आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं। धूम्रपान छोड़ने के लिए परिवार और दोस्तों के सहयोग की जरूरत होती है। इसकी आदत छोड़ने के लिए निकोटीन पैच या ई-सिगरेट का इस्तेमाल किया जा सकता है।

नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच

नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच कराकर आप दिल की बीमारियों के खतरे से बच सकते हैं। क्योंकि ऐसा करने से अगर आपको कोई समस्या है तो समय पर उसका निदान हो जाएगा और समय रहते इलाज शुरू कर बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकेगा। इसलिए नियमित रूप से अपनी जांच करवाते रहें और अपने स्वास्थ्य को मॉनिटर करते रहें।

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डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी एक सूचना मात्र है. अपनाने से पहले सम्बंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.

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