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नेशनल

पत्रकारों के महाकुम्भ के लिए लखनऊ तैयार, रीजनल जर्नलिस्ट कॉन्फ्रेंस का होगा आयोजन

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लखनऊ। उतर प्रदेश की राजधानी लखनऊ। उसी लखनऊ का सीएमएस ऑडिटोरियम। इस ऑडिटोरियम में आयोजित होने जा रहा है नेशनल मीडिया क्लब की ओर से उत्तर प्रदेश का पहला आंचलिक पत्रकार सम्मेलन। इस कार्यक्रम के लिए दिन चुना गया 30 मई यानी हिंदी पत्रकारिता दिवस का। पत्रकारों के इस महाकुम्भ का हिस्सा बनेंगे उत्तर प्रदेश के लगभग 800 पत्रकार। पत्रकारों के अलावा इस कार्यक्रम में कई अन्य दिग्गज भी शिरकत करेंगे।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक इसकी अध्यक्षता करेंगे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश विधानसभा के स्पीकर ह्रदय नारायण दीक्षित, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और डॉ। दिनेश शर्मा भी कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। सुबह दस बजे इस कार्यक्रम की शुरुआत होगी। 10 से 6 बजे तक क्षेत्रीय पत्रकारिता कांफ्रेंस होगी। उसके बाद छह से रात दस बजे से तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ‘आज की द्रौपदी’ कार्यक्रम का मंचन सुरभि सिंह के द्वारा किया जाएगा जबकि काव्य पाठ भारत की प्रसिद्द कवियत्री कविता तिवारी करेंगी।

इस तरह के कार्यक्रम जिसमे आंचलिक पत्रकारों को स्वाभिमान का एक मंच दिया जाए उस दिन के लिए हिंदी पत्रकारिता दिवस से मौजू दिन भला कौन सा हो सकता है? इसी दिन यानी 30 मई को ही पंडित युगुल किशोर शुक्ल ने 1826 में पहला हिन्दी अख़बार उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन आरम्भ किया था। तब से लेकर आज तक इस दिन को हिंदी पत्रकरिता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

इस कार्यक्रम का आयोजन नेशनल मीडिया क्लब कर रहा है। नेशनल मीडिया क्लब के फाउंडर रमेश अवस्थी की ओर से की जा रही ये पहल सराहनीय है। ये सराहना झलकती है इस कार्यक्रम के स्लोगन से, ‘मैं नहीं हम’। इस पत्रकार सम्मलेन का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय पत्रकारिता के समक्ष बदले समय में आ रही चुनौतियां और उनसे निपटने पर विचार-विमर्श करना है। यहां सभी पत्रकारों को मिलेगा एक मंच जहां से वो उन संपादकों और वरिष्ठ पत्रकारों से सीधा संवाद कर सकेंगे जो पत्रकारिता करते हुए नीति-निर्धारकों पर अपना असर डालते हैं।

नेशनल

असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्तार अंसारी को बताया शहीद, बोले- उन्हें जहर देकर मारा गया

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वाराणसी। वाराणसी में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दिया है। ओवैसी ने कहा है कि मुख्तार अंसारी को जेल में जहर देकर मारा गया है। वो मरे नहीं, बल्कि शहीद हुए हैं। पीडीएम की रैली को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी मुख्तार अंसारी के बारे में बोलते हुए कहा कि वह एक इंसान था जो पुलिस कस्टडी में था। उसको मार दिया गया वह शहीद हुए हैं। शहीदों के बारे में कहा जाता है कि वह मरते नहीं हैं। उनको बचाने की जिम्मेदारी बीजेपी की थी जो नाकाम हुए।

असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी के गारंटी पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि मोदी की एक ही गारंटी है वो है मुसलमानों से नफरत। मोदी की दूसरी गारंटी भारत के संविधान को बदलना है। मोदी की तीसरी गारंटी दलित समाज से आरक्षण को खत्म कर दिया जाए। मोदी पसमांदा समाज की बात करते हैं, लेकिन उनके काम बंद हो रहे हैं।

ओवैसी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जो (मुसलमान) सपा के लिए जान दे रहा है उसी के पैर में गोलियां (एनकाउंटर) मारी जा रही हैं। हमें (मुसलमानों) ही जेल में जहर दिया जा रहा है। हमारे ही घर को बुलडोजर से तोड़ा जा रहा है। पूर्व सांसद (अतीक) जो 10 सुरक्षाकर्मियों के साथ चल रहा है उसे कोई भी नजदीक से जाकर गोली मार देता है लेकिन इन सबपर अखिलेश की जुबान से आवाज नहीं निकलती। समाजवादी पार्टी यह चाहती है कि आप भैया के लिए जान कुर्बान करो और दरी बिछाओ। एक वक्त ऐसा आएगा जब अखिलेश यादव खुद दरी बिछाएंगे और आपके लिए जान भी देंगे।

ओवैसी ने मंच से कहा- मुख्तार का नाम लेकर कह रहा हूं मैं किसी के बाप से डरने वाला नहीं हूं। मुख्तार अंसारी एक इंसान था, ज्यूडिशल कस्टडी में था, उसे जहर देकर मार दिया. वह शहीद है और शहीदों के बारे में कहा गया है कि शहीदों को मुर्दा कभी मत कहो वह जिंदा है। लेकिन उनको बचाने की जिम्मेदारी बीजेपी की सरकार की थी और उसमें वह नाकाम साबित हुए हैं।

 

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